मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
नई दिल्ली/फरीदाबाद, 29 जून: रोटरी में AKS यानि अर्क कलम्प सोसायटी का मेंबर बनना बड़ी गौरव की बात होती है। हो भी क्यों ना, रोटरी में 9 उपाधियों में से ये छठे नंबर का खिताब है। AKS का मेंबर बनने के बाद रोटरी इंटरनेशनल ऑफिस में बाकायदा AKS मेंबर की फोटो लगती है जिसके लिए हर कोई बड़ा रोटेरियन तरसता है। वो बात अलग है कि एकेएस बनने के लिए रोटेरियन को समाजसेवा के लिए बनी रोटरी फाऊंडेशन में 2.5 लाख डॉलर की डोनेशन देनी होती है, जोकि हर एक के बस की बात नहीं हैं। इसके लिए दौलत के साथ-साथ दिल और समाजसेवा का जज्बा भी जरूरी है। और ये दिल और जज्बा दिखाया फरीदाबाद से रोटेरियन सतीश गोसाई जोकि रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद मिड टाऊन के पेटर्न हैं, ने रोटरी फाऊंडेशन में 2.5 लाख डॉलर की डोनेशन देकर एकेएस यानि अर्क कलम्प सोसायटी के मेंबर बने। गत् 25 जून को दिल्ली के पंचसितारा होटल ताज पैलेस में आयोजित रोटरी डिस्ट्रिक-3011 के थैंक्स गिविंग समारोह में डिस्ट्रिक गवर्नर अनूप मित्तल ने रोटेरियन सतीश गोसाई को AKS की पिन लगाकर उनको AKS मेंबर के खिताब से नवाजा।
काबिलेगौर रहे कि फरीदाबाद से AKS बनने वाले सतीश गोसाई फरीदाबाद शहर की वो शख्सियत हैं जो आज किसी नाम व पहचान की मोहताज नहीं है। चाहे वह समाजसेवा का क्षेत्र हो, उद्योग का क्षेत्र हो, धार्मिक क्षेत्र हो या फिर रोटरी। ऐसा कोई क्षेत्र नहीं हैं जहां सतीश गोसाई की कार्यशैली का डंका ना बजता हो। रोटरी में रहते हुए उन्होंने रोटरी फाऊंडेशन के लिए काम करते हुए अब तक जो दान दिया है उससे उनके सहित फरीदाबाद जिले का नाम रोटरी इंटरनेशनल में एक अलग ही छाप छोड़ गया है। रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद मिड टाऊन के पेटर्न एवं पूर्व प्रधान सतीश गोसाई का नाम अब अंतराष्ट्रीय स्तर पर रोटरी इंटरनेशनल के उन गिने-चुने रोटेरियंस में शुमार हो गया है जिनका फोटो फ्रेम में जड़कर रोटरी इंटरनेशनल के मुख्यालय तथा साऊथ एशिया के दिल्ली स्थित रीजनल ऑफिस में लगेगा और ये हर वर्ष रोटरी इंटरनेशनल प्रेजिडेंट (आरआईपी) के साथ डिनर भी करेंगे।
बता दें कि समय-समय पर रोटरी फाऊंडेशन में दान देते हुए सतीश गोसाई ने मेजर डोनर लेवल-2 से सीधे ही अब 2.5 लाख डॉलर रोटरी फाऊंडेशन में देकर अर्क कलम्प सोसायटी के सदस्य होने का खिताब ले लिया है। यहां हम आपको यह भी बता दें कि ऐसा नही है कि AKS मेंबर बनने के लिए ये 2.5 लाख डॉलर रोटेरियन को एक साथ देने पड़ते हैं बल्कि इन्हें देने या कहिए पूरा करने की कमेंटमेंट उन्हें तीन साल के अंदर पूरी करनी करनी होती है। फरीदाबाद शहर के लिए भी ये एक गौरव की बात है कि रोटरी वर्ष 2017-18 में AKS मेंबर बने रोटेरियन नवदीप चावला के बाद सतीश गोसाई फरीदाबाद शहर के ऐसे AKS सदस्य बने हैं।
गौरतलब रहे कि रोटरी डिस्ट्रिक-3011 से सबसे पहले 31 जुलाई, 2013 को रोटरी क्लब ऑफ देहली राजधानी के रोटेरियन विनोद बंसल रोटरी वर्ष 2013-14 में अर्क क्लम्प सोसायटी के पहले सदस्य बने थे। उस समय विनोद बंसल रोटरी डिस्ट्रिक-3010 (अब 3011) के गवर्नर थे। इसके बाद रोटरी क्लब ऑफ देहली राजधानी के ही रोटेरियन राजेश गुप्ता 22 जून, 2014 को तथा रोटरी क्लब ऑफ देहली मिड वेस्ट से पीआरआईडी एवं टीआरएफ ट्रस्टी सुशील गुप्ता 30 जून, 2014 को विनोद बंसल के गवर्नरकाल में ही अर्क क्लम्प सोसायटी के सदस्य बने थे। यानि विनोद बंसल के गवर्नरकाल में उन सहित तीन रोटेरियंस एकेएस बने थे।
इनके बाद रोटरी वर्ष 2016-17 में डॉ. सुब्रहा के कार्यकाल में पीडीजी सुरेश जैन रोटरी क्लब ऑफ देहली साऊथ ईस्ट से तथा नवदीप चावला रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद सैंट्रल से 13 जनवरी, 2017 को अर्क क्लम्प सोसायटी के दो सदस्य बने। जबकि रोटरी क्लब ऑफ देहली साऊथ सैंट्रल के मुकेश अग्रवाल रोटरी वर्ष 2017-18 में डीजी रवि चौधरी के कार्यकाल में एकमात्र एकेएस बने थे।
जानिए रोटरी फाऊंडेशन में कितने डॉलर पर मिलती हैं कौन-कौन सी उपाधियां :-
– पॉल हेरिस फैलो यानि पीएचएफ (1 हजार डॉलर)
– मेजर डोनर लेवल-1 (10 हजार से 24,999.99 डॉलर पर)
– मेजर डोनर लेवल-2 (25 हजार से 49,999.99 डॉलर पर)
– मेजर डोनर लेवल-3 (50 हजार से 99,999.99 डॉलर पर)
– मेजर डोनर लेवल-4 (एक लाख से 249,999.99 डॉलर पर)
– मेंबर,अर्क क्लम्प सोसायटी AKS (2.5 लाख डॉलर पर)
– ट्रस्टी सर्कल (2.5 लाख से 4,99,999.99 डॉलर पर)
– चेयर्स सर्कल (5 लाख से 9,99,999.99 डॉलर पर)
– फाऊंउेशन सर्कल (10 लाख और इससे ज्यादा)