मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 27 दिसंबर: प्लास्टिक उद्यमियों में प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के अनुपालन में प्रक्रियागत असमंजस और उत्पीड़ेन के दृष्टिगत सूक्ष्म, लघु उद्यमियों के सबसे बड़े राष्ट्रीय संगठन लघु उद्योग भारती के पदाधिकारियों और केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड CPCB के अधिकारियों के साथ आज दिल्ली के इन्दिरा गांधी पर्यावरण भवन में एक उच्च स्तरीय मीटिंग हुई।
मीटिंग में लघु उद्योग भारती प्रतिनिधिमंडल के निवेदन और देश के सूक्ष्म-लघु उद्यमियों की परेशानी को समझते हुए अधिकारियों ने प्लास्टिक पैकेजिंग प्रयुक्त कर रहे छोटे उद्यमियों और नागरिकों को भ्रमवश प्रोड्यूशर मानने को लेकर तत्काल रूल्स में आवश्यक स्पष्टीकरण देने के लिए सहमति दे दी। इस निर्णय से प्लास्टिक पैकेजिंग का केवल उपयोग कर रहे लाखों उद्यमियों/नागरिकों को भ्रमवश EPR सिस्टम में जुडऩे से तत्काल राहत मिल गई है।
PIBO को केवल CPCB पोर्टल पर रजिस्टर्ड उद्यमियों से ही व्यवसाय करने की बाध्यता सम्बन्धित नियमन को भी समाप्त करने की मांग भी मान ली गई है। इस निर्णय से CPCB पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया से बाहर रहने के योग्य लाखों उद्यमियों को ये उत्पाद मिलने में आने में आने वाली बाधा समाप्त हो गई है।
प्लास्टिक रीसाइक्लिंग करने वाले उन उद्यमियों को जो पैकेजिंग वेस्ट को रि-साईकल नही करते हैं, परन्तु PWP के रूप में रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता के चलते गलत जानकारी देकर पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए बाध्य हुए थे, उनके लिए पोर्टल पर OTHERS का नया विकल्प जोडक़र सुधार का अवसर मिलेगा और EPR सर्टिफिकेट नही देने वाले PWP से केवल पोर्टल पर रजिस्टर्ड कम्पनियों से ही व्यवसाय करने की बाध्यता समाप्त हो जाएगी।
इस निर्णय से जबरन गलत जानकारी देने के लिए बाध्य किये गए PWP लाखों-करोड़ों रुपये के जुर्माने और सीलिंग से बच जाएंगे।
EPR सर्टिफिकेशन को टैक्स दायरे में लाकर भविष्य की विषंगतियो को रोकने पर सहमति बनी।
PWM रूल्स के अनुपालन के सम्बन्ध में किसी भी परेशानी/स्पष्टीकरण के लिए CPCB द्वारा एक हेल्पलाइन और समयबद्ध निदान के लिए भी अधिकारियों ने व्यवस्था बनाने का हमारा निवेदन स्वीकार कर लिया गया।
लघु उद्योग भारती के अखिल भारतीय कार्यसमिति सदस्य अरूण बजाज, फरीदाबाद के जिला अध्यक्ष रवि भूषण, महासचिव राकेश गुप्ता और हरियाणा लघु उद्योग भारती के महासचिव मनोज रूंगटा आदि सभी ने इसको देशभर के लाखों सुक्ष्म एवं लघु उद्योगो के लिए बहुत बड़ी राहत की बात बताते हुए इसके लिए केन्द्रीय मंत्री भूपेंद्र सिंह यादव एवं लघु उद्योग भारती के केन्द्रीय संगठन को धन्यवाद दिया।