नवीन गुप्ता
चण्डीगढ़, 23 सितंबर: हरियाणा पर्यटन विभाग ने इंडिया हैबिटेट सेंटर नई दिल्ली में 22-23 सितम्बर, 2015 को आयोजित 41वें स्कॉच समिट में राज्य सरकार के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों या सहकारी या प्रसंघों या समितियों द्वारा सूचना, संचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए गये अभिनव उपयोग के लिए स्कॉच मैरिट अवार्ड, 2015 प्राप्त किया। पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव डा० सुमिता मिश्रा ने यह जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा पर्यटन विभाग की ई-टूरिज्म परियोजना को प्रसिद्घ विशेषज्ञों की ज्यूरी द्वारा भारी संख्या में नामांकनों और 300 से अधिक प्रस्तुतियों की जांच करने के उपरांत इसे भारत की सर्वोच्च आठ परियोजनाओं में दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि वल्र्ड वाईड वैब कंसोर्टियम के दिशानिर्देशों अनुसार ई-टूरिज्म परियोजना मोबाइल प्रतिक्रिया वैबसाइट
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के विकास की जरूरत पर बल देती है। यह उपभोक्ताओं, निगमित कार्यालय और पंजीकृत ट्रैवल एजेंटों को प्रदेशभर में हरियाणा पर्यटन के 42 पर्यटन स्थलों में से किसी में भी ऑनलाइन कमरे बुक करवाने की सुविधा प्रदान करती है। उन्होंने बताया कि जनवरी, 2014 में इस प्रणाली का शुभारंभ किया गया था। इस परियोजना के एक भाग के रूप में आगंतुकों की सुविधा के लिए सूरजकुण्ड अन्तर्राष्टï्रीय क्राफ्ट मेला के लिए टिकट बुक करवाने के लिए पेमेंट गेटवे और मोबाइल एप्लीकेशन भी बनाई गई थी, ताकि आगंतुक एक बटन क्लीक करके अग्रिम में अपनी मेला टिकट बुक करा सकें।
डा० मिश्रा ने बताया कि एक प्रभावी विषय प्रबन्धन प्रणाली (सीएमएस) भी हरियाणा पयर्टन विभाग द्वारा अपने पोर्टल के माध्यम से स्थापित की गई है। इस पोर्टल में समाचार प्रकाशन, निविदाएं, प्रतियोगिताएं, मेले और त्यौहार, शिकायत निवारण प्रणाली, पर्यटकों का फीड बैक शामिल किया गया है और सूचना के पारदर्शी प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए इसे सामाजिक साइटों से जोड़ा गया है।
उन्होंने बताया कि हरियाणा पर्यटन ने इन्टरेक्टिव और मोबाइल प्रतिक्रिया वैबसाइट के साथ लोगों तक पहुंचने के लिए ठोस प्रयास किए हैं। यह वैबसाइट प्रदेश में पर्यटन क्षमता प्रदर्शित करती है और इसके सभी पर्यटन परिसरों में कमरों की ऑनलाइन बुकिंग की सुविधा है। उन्होंने बताया कि उपभोक्ताओं को बुकिंग की पुष्टिï सम्बन्धी एक एसएमएस भेजा जाता है। इसके अलावा, बुकिंग को ऑन लाइन कैंसिल भी करवाया जा सकता है तथा रिफण्ड स्वत: ही उपभोक्ता के खाते में चला जाता है। उन्होंने बताया कि बुकिंग प्लेटफार्म पर फोटो के साथ कमरों का वास्तविक विवरण भी उपलब्ध होता है ताकि उपभोक्ता वास्तविक कमरा देख सकें। देश के अन्य राज्यों के टूरिज्म विभाग भी इस ऑनलाइन मॉडल को अपना रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्टï्रीय सूचना केन्द्र हरियाणा द्वारा इस सुविधा को विकसित किया गया है और उन द्वारा ही इसका रख-रखाव किया जा रहा है।
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