निगमायुक्त ने लोगों से उपयोगी पानी का सीमित मात्रा में प्रयोग करने की अपील की।
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 13 जुलाई: यदि आपको पानी चाहिए तो कम से कम अगले 48 घंटों तक पानी की बुंद-बुंद बचाएं वरना आपको घर में नहाने-धोने व बर्तन-कपड़े साफ करने तो दूर पीने के पानी तक के लिए परेशान होना पड़ सकता है।
जी हां, ये हम नहीं निगमायुक्त जितेेन्द्र दहिया के उस बयान से लगता है जो उन्होंने पानी के संकट को लेकर आज जारी किया है।
बता दें कि भारी बारिश के कारण जिले में पैदा हुई स्थिति के बीच निगमायुक्त जितेंद्र दहिया ने नगर निगम के अधिकारियों के साथ आज वीरवार को यमुना नदी के साथ लगते हुए क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि यमुना नदी का जलस्तर बढऩे के कारण आसपास के क्षेत्रों में पानी भरने की वजह से रेनीवेल लाइन नंबर 4, 5, 6, 7 और 8 प्रभावित हुई हैं। इनकी वजह से राजीव कॉलोनी सेक्टर-55, झाड़सेतली, एफ ब्लॉक संजय कालोनी, दयाशंकर गिरी वाली पॉकेट, 33 फीट रोड़, सेक्टर-52 के दोनों तरफ, पर्वतीय कॉलोनी, ललित मंडी, जवाहर कॉलोनी, सुंदर कॉलोनी, राधा कृष्ण मंदिर वाली पॉकेट, हनुमान मार्ग, मायाकुंज, संजय एन्क्लेव, मस्जिद मोहल्ला, जवाहर कॉलोनी, सारन गांव, मणि की टाल 27 फीट रोड डी ब्लॉक, गली नंबर 7 और 8 ई ब्लॉक, डिस्कवरी स्कूल पॉकेट ई ब्लॉक, शिव मंदिर पॉकेट ई ब्लॉक, डिस्पेंसरी वाली पॉकेट राम फल मंडी क्षेत्र, 27 फीट रोड ए और बी ब्लॉक, डबुआ कॉलोनी रतिराम मार्ग गाजीपुर रोड, जुला फैक्ट्री, पूरन एन्क्लेव, भूड कॉलोनी गली नंबर 1 से 6, बसेलवा कॉलोनी, अहीरवाड़ा, बराही वाड़ा, बाबा नगर, शीक वारा, ठाकुर वाड़ा, खत्री वाड़ा, गाडी मोहल्ला, सैयद वाड़ा, बासा पारा, भीम बस्ती, गांधी कॉलोनी, बाढ़ मुहल्ला, सेक्टर-19, शास्त्री कॉलोनी, गोपी कॉलोनी, राजा गार्डन, सेक्टर-16,16ए 17 14 15 गांव, अजरौंदा, मकान नंबर 1 से 99, 500 से 600, पॉकेट ऑफिसर्स कॉलोनी, एनएच-5 ब्लॉक ए बी जे भगत सिंह कालोनी नेशन हट, बोध विहार और ईएसआई बूस्टिंग. एन एच-3 ब्लॉक-ए, बी, सी, एफ, जी, एच, एसजीएम नगर-ब्लॉक-ए एंड पी, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, फ्रंटियर कालोनी, राहुल कालोनी, सैनिक कॉलोनी, और अरावली विहार, सेक्टर-48, एसजीएम नगर, ब्लॉक-बी, सी, ई, डी, राजस्थानी कालोनी-1, 2, आदर्श कालोनी में जल आपूर्ति प्रभावित होगी।
निगमायुक्त जितेंद्र दहिया द्वारा इन क्षेत्रों के निवासियों से अपील की गयी कि वे पानी का सीमित मात्रा में प्रयोग करें ताकि उन्हें परेशानी का सामना न करना पड़े।