मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की स्पेशल रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 01 अप्रैल: हुडा विभाग ने सैक्टर-17 स्थित एकांत होटल वाले तीनों एससीएफ को मिसयूम करने के आरोप में उन्हें रिज्युम करने की कार्यवाही शुरू तो कर दी है। लेकिन सरकारी पार्कों, बरामदों और आम रास्ते को गैर-कानूनी रूप से कब्जा कर वहां बनाए गए मैरिज गार्डन को हटाने की दिशा में अभी तक कोई कार्यवाही अमल में नहीं लाई गई है। इस मामले में हुडा प्रशासन फिलहाल असहाय सा नजर आ रहा है। सवाल उठता है कि क्या हुडा सरकारी पार्क पर बने होटल एकांत के अवैध मैरिज गार्डन को तोड़ सरकारी जमीन को कभी कब्जामुक्त करा पाएगा?
वहीं सरकारी सरकारी पार्कों, बरामदों और आम रास्ते को गैर-कानूनी रूप से कब्जा कर उस पर बनाए गए मैरिज गार्डन को कब्जामुक्त कराने के संबंध में जब संबंधित विभागीय अधिकारियों ने पूछा गया तो बताया कि हुडा विभाग की जमीनों पर हुए अवैध कब्जों और अतिक्रमणों को हटाने/तोडऩे के लिए हुडा विभाग की मांग पर जिला उपायुक्त की तरफ से ड्यूटी मजिस्ट्रेट और पुलिस फोर्स के आदेश कर दिए गए हैं। मंगलवार, दो अप्रैल से अवैध कब्जों और अतिक्रमणों को हटाने/तोडऩे की कार्यवाही शुरू कर दी जाएगी।
इसी क्रम में सैक्टर-17 मार्किट में से अवैध कब्जों और अतिक्रमणों को हटाने/तोडऩे के लिए आगामी 16 अप्रैल की डेट फिक्स की गई है, जिसके लिए एक्सईएन अश्विनी गौड़ को जिला उपायुक्त की तरफ से ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इसी लिए 16 अप्रैल को ही एकांत होटल द्वारा बनाए गए अवैध मैरिज गार्डन का भी सफाया कर सरकारी पार्कों, बरामदों और आम रास्ते वाली सरकारी जमीन को कब्जामुक्त करवा दिया जाएगा।
वैसे हमारे हिसाब से होना तो ये चाहिए कि डवलपमेंट और देखभाल के नाम पर लिए गए हुडा विभाग के सरकारी पार्कों, बरामदों और आम रास्ते पर अवैध मैरिज गार्डन से सन् 1998 से लेकर अब तक जो करोड़ों रूपये एकांत होटल के संचालकों ने कमाए हैं, उसकी रिकवरी भी हुडा विभाग के अधिकारियों को कर इसे कब्जामुक्त करवाना चाहिए।
बता दें कि पिछले दिनों मैट्रो प्लस ने खबर प्रकाशित/प्रसारित की थी कि सैक्टर-17 हुडा मार्किट में स्थित एससीएफ न.-12,13 और 14 तीनों को एडज्वाईन कर बनाए गए होटल एकांत के संचालकों ने अपने आसपास बने पार्कों की डवलपमेंट और देखभाल की परमिशन की आड़ में वहां जनता की सुविधा के लिए बने सरकारी पार्कों और लोगों के आवाजाही के लिए बने सरकारी बरामदों और आम रास्ते को गैर-कानूनी रूप से कब्जा कर उसे मैरिज गार्डन में बदल रखा है। जहां एकांत के संचालक लग्जरी पार्टियां कर लाखों-करोड़ों के वारे-न्यारे कर रहे हैं।
इस मामले को जब मैट्रो प्लस ने प्रमुखता से उठाते हुए खबर प्रकाशित/प्रसारित की तो हुडा विभाग के अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने सैक्टर-17 हुडा मार्किट में स्थित एससीएफ न.-12,13 और 14 तीनों को रिज्युम करने की कार्यवाही शुरू कर दी है।
अब देखना यह है कि सरकारी पार्कों की डवलपमेंट और देखभाल की परमिशन लेकर उसकी आड़ में सरकारी पार्कों पर बना अवैध मैरिज गार्र्डन और सरकारी बरामदे और रास्ते पर हुआ अवैध कब्जा कब तक हटता है और उनसे रिकवरी की जाती है या नहीं?