Metro Plus के लिए Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 27 जुलाई: पंजाबी समाज के राजनीति में योगदान और उचित महत्व ना दिए जाने से नाराज चल रहे पंजाबी समाज के दिग्गज करनाल के जिमखाना क्लब में एकत्रित हुए और 18 अगस्त को करनाल में पंजाबी सम्मेलन आयोजित करने की रूपरेखा तैयार की। वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा इसके चेयरमैन होंगे। जिसमें पूर्व राज्यसभा सांसद शादीलाल बतरा, पूर्व गृह मंत्री सुभाष बतरा, परीक्षित मदान विधायक, दिव्यांशु बुद्धिराजा, राष्ट्रीय पंजाबी सभा के अध्यक्ष अशोक मेहता एवं फरीदाबाद के युवा नेता भारत अरोड़ा इसमें मौजूद रहे। भारत अरोड़ा ने जानकारी देते हुए बताया की 18 अगस्त को पंजाबी सम्मेलन की रूपरेखा तैयार की गई। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान भी शिरकत करेंगे।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने बताया कि पंजाबी वर्ग पिछले कुछ समय से अपने आपको राजनीतिक क्षेत्र में पिछड़ा हुआ महसूस कर रहा है। पंजाबी समाज चाहता है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में पंजाबी वर्ग को अहमियत दी जाए और उनको उनके अनुपात के हिसाब से टिकटों में भागीदारी दी जाए। पिछले कुछ वर्षों में राजनीति में पंजाबी समुदाय की अनदेखी हुई है, जिसको लेकर पंजाबी समाज में आक्रोश है। हरियाणा प्रदेश के विकास, निर्माण, उद्योग से लेकर व्यवसाय सही हर क्षेत्र में पंजाबी वर्ग की अहम भूमिका रही है। इसके बावजूद आज पंजाबी समाज की अनदेखी की जा रही है। पंजाबी समाज ने हरियाणा की राजनीति को कई दिग्गज नेता दिये हैं, लेकिन आज पंजाबियों को राजनीति में उनका हक नहीं दिया जा रही है। सम्मेलन का मुख्य उद्वेश्य आने वाले विधानसभा चुनावों में टिकटों के वितरण में पंजाबियों को उनके अधिकार के अनुरूप टिकटें देने और युवा चेहरों को मैदान में उतारने पर जोर दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता भारत अरोड़ा ने पंजाबी समाज के युवाओं से आह्वान किया कि वो अधिक से अधिक राजनीति में भागीदारी ले और समाज का नेतृत्व करें। आज जरूरत है आगे बढ़कर पंजाबी समुदाय के युवा एवं महिलाओं को प्रदेश की राजनीति में अपने हक के लिए आवाज उठाने की। आप अपने समाज एवं क्षेत्र का विकास तभी करा पायेंगे, जब आप राजनीतिक रूप से मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि आने वाली 18 तारीख को करनाल में होने वाला पंजाबी सम्मेलन ऐतिहासिक होगा और पंजाबी समाज की दिशा और दशा तय करने का काम करेगा। उन्होंने अधिक से अधिक संख्या में पंजाबी समाज के युवाओं एवं महिलाओं से इस सम्मेलन में पहुंचने का आह्वान किया।