रचनात्मक अभिव्यक्ति और ज्ञान में आनंद जगाना शिक्षक की सर्वोच्च कला है: अल्बर्ट आइंस्टीन
Metro Plus के लिए Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 5 सितंबर: डायनेस्टी इंटरनेशनल स्कूल ने डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की विरासत को श्रद्वांजलि देते हुए बड़े उत्साह और श्रद्वा के साथ शिक्षक दिवस मनाया, जिनकी शिक्षा के प्रति दृष्टि और समर्पण प्रेरणा रही है। उत्सव की शुरुआत स्कूल के मैदान में छात्रों और शिक्षकों के एकत्र होने के साथ हुई। इसके बाद दीप प्रज्ज्वलन समारोह हुआ। गायत्री मंत्र के जाप और स्कूल की प्रार्थना के माध्यम से दिव्य आशीर्वाद का आह्वान किया गया। सामंजस्यपूर्ण समूह गीत ने दिन को मधुर बना दिया।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत मंच के साथियों द्वारा की गई, जिसके बाद निदेशक श्रीमती कल्पना वर्मा को उनके दृष्टिकोण का सम्मान करते हुए एक गर्मजोशी भरा गुलदस्ता भेंट किया गया। इसके बाद उन्होंने इस दिन के महत्व और डॉ. राधाकृष्णन के आदर्शों पर जोर देते हुए एक प्रेरक भाषण दिया। वहीं छात्रों के भावपूर्ण अंग्रेजी भाषण और एक मार्मिक कविता ने छात्रों द्वारा अपने गुरुओं के प्रति महसूस की गई अपार कृतज्ञता पर प्रकाश डाला।
शिक्षकों ने न केवल इस दिन बल्कि हर दिन उन्हें मिलने वाले सम्मान और प्यार के लिए दिल से आभार व्यक्त किया, जो भविष्य को संवारने के लिए उनके समर्पण को बढ़ावा देता है। यह उत्सव मिडिल विंग द्वारा एक जीवंत समूह नृत्य के साथ जारी रहा, जिसका समापन एक भव्य शिक्षक दिवस की शुभकामनाओं, सीनियर विंग द्वारा एक सुंदर समूह नृत्य और राष्ट्रगान के साथ हुआ। यह दिन उस बंधन की एक खूबसूरत याद दिलाता है जो शिक्षकों और छात्रों को सीखने और विकास की यात्रा में एकजुट करता है।