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इनेलो नेता फखरुद्दीन चंदेनी हुए आफताब अहमद को समर्थन देते हुए जाकिर हुसैन पर लगाए जमकर आरोप!

जनता जानना चाहती है बाप बीजेपी और बेटा इनेलो में क्यों: आफताब अहमद
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
मेवात, 20 सितंबर:
नूंह जिले की राजनीति में इनेलो को उस वक्त बड़ा झटका लगा जब पूर्व परिवहन मंत्री एवं कांग्रेस प्रत्याशी चौ.आफताब अहमद की अगुवाई में इनेलो नेता फखरुद्दीन चंदेनी ने अपने सैंकड़ों समर्थकों सहित कांग्रेस को समर्थन दे दिया। कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद का जोरदार तरीके से चंदेनी गांव के लोगों ने स्वागत किया और लोग आफताब अहमद पर फूल बरसाकर इस्तकबाल कर रहे थे। पहले कार्यकर्ता बैठक कर इनेलो नेता कांग्रेस में शामिल हुए फिर उनके गांव चंदेनी में जन-समर्थन कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कांग्रेस का दामन थामने वालों की लिस्ट:-
एडवोकेट फकरुद्दीन परिवार, असगर पटवारी परिवार, सम्मेद्दीन, रसीद, सलीम, जुनैद, अरशद गुल्ला, सरीफ, इकरामुद्दीन, नन्नू, जमील, लियाकत, शकील, जफरुद्दीनए रफाकत अली, आबिद मेम्बर, रिजवान, हाजी शहीद, वहीद, कबीर, शौकीन, निशार, सालिम, हाजी सुभान, कादिर सहित दर्जनों परिवार।

इनेलो नेता फखरुद्दीन चंदेनी ने इस अवसर पर बीजेपी और इनेलो पर साजिश कर चुनाव लडऩे का आरोप लगाते हुए कहा कि इनेलो ने पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर पार्टी से बाहर के उम्मीदवार को टिकट दिया है। बीजेपी नेता के पुत्र को टिकट देना साबित करता है कि इनेलो के टिकट भी बीजेपी के हिसाब से वितरित किए जाते हैं ताकि बीजेपी को फायदा मिल सके। उन्होंने कहा कि इनेलो का मक़सद नूंह में जीत का नहीं बल्कि वोटों के विभाजन करने तक सीमित है। उन्होंने इनेलो के बीजेपी के साथ अघोषित गठबंधन के कारण ही इनेलो छोड़ी है।

उन्होंने कहा कि इनेलो प्रत्याशी के पिता जाकिर हुसैन का अभी भी बीजेपी पार्टी में बने रहना और वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बनने का स्वार्थ सभी को समझ आ गया है। उन्होंने कहा कि वो पद के लिए इलाके के हितों के विपरीत कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद को समर्थन देने की घोषणा करते हुए कहा कि 10 सालों में बीजेपी सरकार ने इलाके का कोई विकास नहीं किया, बल्कि नूंह से भेदभाव किया गया है। बीजेपी के पूर्व उम्मीदवार और वक्फ बोर्ड के सर्वेसर्वा रहे जाकिर हुसैन जनता को भूल कर निजी हितों की राजनीति करते रहे हैं, जिस कारण आज वो मैदान छोड़ कर भागने को विवश हो गए और अपने पुत्र को इनेलो से चुनाव इसलिए लड़वा रहे हैं ताकि मतों का विभाजन कर सकें, लेकिन अब ये असंभव है।

इनेलो नेता फखरुद्दीन चंदेनी ने बीजेपी सरकार पर नूंह की अनदेखी के आरोप लगाते हुए कहा कि जिले को प्राथमिकता देने के बजाय ऐसे नेता को प्राथमिकता दी जो स्थानीय हितों की रक्षा के बजाय अपने निजी हितों के लिए लगा रहा। आज नूंह जिले को विकास की जरुरत है जिसे कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ही करवा सकते हैं क्योंकि पूर्व में भी उन्होंने विकास कार्य किए थे।

उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद की कार्यशैली की तारीफ करते हुए कहा कि कोई भी मौका रहा हो उन्होंने अपनी भूमिका का निर्वाहन ईमानदारी से किया है फिर चाहे कोरोना काल हो, नूंह हिंसा मामला हो, स्थानीय मुद्दों पर जिला प्रशासन से लेकर चंडीगढ़ प्रशासन हो या फिर प्रदेश की सबसे बड़ी पंचायत विधानसभा में नूंह जिले के मुद्दों को उठाने की बात हो।

वहीं कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने कहा कि इनेलो नेता फखरुद्दीन चंदेनी का फैसला ये साबित करता है कि इनेलो और बीजेपी ने नूंह जिले की अनदेखी के साथ-साथ अपने पुराने कार्यकर्ताओं की भी अनदेखी की है। दोनों दलों ने एक-दूसरे से हाथ मिलाकर नूंह की जनता को ठगने का षडयंत्र रचा था, लेकिन जनता ने उसका पर्दाफाश कर उसे पूर्ण रूप से विफल साबित कर दिया है। हैरानी की बात ये है कि अपने पांच सालों के निराशाजनक कार्यकाल के बाद जनता की नाराजगी की वजह से बीजेपी नेता जाकिर हुसैन लोगों के बीच में आने से डर रहे हैं। आफताब अहमद ने कहा कि अगर उनमें हिम्मत है तो अपने बेटे इनेलो प्रत्याशी के लिए वोट मांगे।

कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने कहा कि वक्फ बोर्ड के चेयरमैन बनने की भूख में बीजेपी नेता जाकिर हुसैन एक बार फिर जनता के हितों को गिरवी रख सौदा करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन जनता की जागरूकता के आगे उनके मंसूबे विफल हो रहे हैं।

आफताब अहमद ने कहा कि ऐसा क्या है जो वो हरियाणा वक्फ बोर्ड को छोडऩा नहीं चाहते, जबकि बीते साढ़े चार सालों में उन्होंने एक भी जन-हितेषी परियोजना वक्फ बोर्ड से नई शुरू नहीं की बल्कि मेवात इंजीनियरिंग कॉलेज जैसे संस्थान को भी बर्बाद करने की कोशिश की गई हैं। वहां के छात्रों की फीस को पहले की तुलना में बढ़ाया गया है जबकि स्टॉफ की तनख्वाओं को लंबित करने का काम किया गया है जिससे कई प्रोफेसर नौकरी छोड़ कर चले गए।

कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद ने कहा कि वक्फ बोर्ड पर बीजेपी सरकार और बीजेपी नेता दोनों सही नजर नहीं रख रहे हैं। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड गरीब, मजलूम, बेसहारा, जरूरतमंद लोगों के उत्थान का एक केंद्र है, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि बीजेपी नेता जाकिर हुसैन उससे अपना उत्थान करने में लगे हैं जो किसी भी सूरत में ना कबीले बर्दास्त है। गरीब जरूरतमंद लोगों के हकों पर डाका नहीं डालने दिया जाएगा।

आफताब अहमद ने कहा कि 10 सालों बाद सरकार में शामिल होने का मौका आ रहा है, बड़ी जीत दर्ज करके आप लोग चंडीगढ़ संदेश भेजने का काम करेंगे ऐसी मेरी अपील है। सरकार बनने पर सभी के मान सम्मान का पूरा ख्याल रखा जाएगा। इस दौरान बीजेपी के दशकों पुराने नेता खुर्शीद राजाका ने भी बीजेपी सरकार की आलोचना करते हुए जिले की अनदेखी का आरोप लगाया और कहा कि जिले का विकास आफताब अहमद व कांग्रेस ही कर सकते हैं।

उधर जिला कांग्रेस मुख्यालय पर दर्जनों लोगों ने इनेलो बीजेपी छोड़ कर कांग्रेस को समर्थन दिया जिनमें प्रमुख रूप से शहाबुद्दीन, सलमुद्दीन, फारुख, जमील, जेकम, मोरमल, रहीश, आजाद, शमीम, मुफीद, वकील, हकमुद्दीन, मुजाहिद, इरशाद, जुहुरू, साहुन, मोरमल, आमिर व अन्य शामिल थे।

पीसीसी सदस्य चौ. महताब अहमद ने कहा कि इनेलो नेता फकरुद्दीन चंदेनीए बीजेपी के खुर्शीद राजाका के साथ साथ सैंकडों लोगों द्वारा कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी आफताब अहमद की अगुवाई में कांग्रेस को समर्थन देना इस बात का परिचायक है कि आफताब अहमद ने इलाके के हकों की लड़ाई सड़क से लेकर विधानसभा तक बखूबी लड़ी है। बीजेपी सरकार की नीतिए नीयत और नेतृत्व सकारात्मक नहीं रहीए इलाके के भाईचारे को खराब करने की भी कोशिश की गई है और आफताब अहमद ने भाईचारा सम्मेलन जैसे कदम उठाकर खाप पंचायतों और स्थानीय सभी समाज के लोगों के सहयोग से शांति बनाए रखने के लिए कार्य किए थे।

इसके अलावा कांग्रेस प्रत्याशी आफताब अहमद को नूंह के गाँव बीबीपुर में जोरदार समर्थन मिला जहां हाकी पूर्व सरपंच नफीश ठेकेदार, हाजी अय्यूब, हाजी बसीर, आमीन, खुर्शीद, लहरू, दीनदार, रईश, हाजी ईशब, शौकत, पहलू, मौसम आदि ने परिवार सहित इनेलो बीजेपी छोड़ कांग्रेस में आस्था जताई।


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