Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 2 मई: हरियाणा के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल व खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के राज्य मंत्री राजेश नागर ने अपने-अपने स्तर पर अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने स्पष्ट किया कि शहर में जलभराव की स्थिति पर कोई समझौता नहीं होगा। शहर को सुंदर बनाना सभी का साझा प्रयास होना चाहिए। इसी तरह अतिक्रमण के कारण होने वाले जलभराव के मुद्दे पर भी दोनों मंत्रियों ने सख्त रूख अपनाते हुए जनहित के लिए ऐसे क्षेत्र में कार्यवाही के निर्देश दिए। लघु सचिवालय स्थित सभागार में माननीय मंत्रियों ने जलभराव, अतिक्रमण से निपटने के लिए एक के बाद एक बैठक की अध्यक्षता करते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों को समन्वय बनाते हुए कार्यवाही सुनिश्चित करने के स्पष्ट निर्देश दिए।
प्रदेश के शहरी स्थानीय निकाय मंत्री विपुल गोयल ने शहर के प्रमुख 37 नालों की सफाई का संज्ञान लेते हुए नगर निगम व एफएमडीए से एक्शन रिपोर्ट तलब की। साथ ही साथ शहर में आज सुबह हुई बारिश के कारण शहर में हुए जलभराव पर भी मंत्री ने संज्ञान लेते हुए एनएचपीसी अंडरपास में हुए जलभराव जैसी स्थिति दोबारा न होने के कड़े निर्देश दिए। मंत्री ने कहा कि हर सप्ताह अधिकारी रिव्यू करते हुए मानसून की तैयारियों का जायजा लें। रिव्यू के समय पंप की वर्किंग, संबंधित जगह की डिस्ल्टिंग जैसी स्थिति जांच लें। यह काम 30 मई तक हर हाल में पूरा करें। इसके बाद भी स्थिति जस की तस रहने पर विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। मंत्री ने कहा कि डिस्पोजल और अंडरपास में हॉट लाइन कनेक्शन सुनिश्चित करें। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने बरसात पूर्व तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकारी ऐसे प्वाइंट चिन्हित करें जहां बरसाती पानी एकत्रित होता है। इसके लिए किसी भी तरह का अतिक्रमण व अन्य अटकलें बेझिझक दूर करें। अतिक्रमण के लिए कार्यवाही सुनिश्चित करते हुए ध्यान रखें कि यह जनहित में लाभकारी हो। उन्होंने एसी नगर स्थित नाले के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि ग्रेविटी के अनुसार नाले का फ्लो निश्ति किया जाए। जनहित को प्राथमिकता देते हुए सिवरेज की सफाई रात के समय सुनिश्चित करें। सभी कार्यों की वास्तविक रिपोर्ट के लिए कैमरा बेस्ड मॉनिटरिंग अपनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि वर्क अलॉटमेंट के दौरान ठेकेदार का बैकग्राउंड भी परखा जाना चाहिए। डिफाल्टर को कार्य देने से अधिकारी परहेज करें। जनहित इस सरकार का ध्येय है। इसे हर हाल में ध्यान रखना होगा।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री विपुल गोयल ने सीएंडडी वेस्ट, सैक्टर-12 में मल्टीलेवल पार्किंग, ग्रेटर फरीदाबाद में ग्रीन बेल्ट मेंटेनेंस व सीवरेज की सफाई के अलावा पार्क व कम्युनिटी सेंटर के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। उन्होंने ऊंचा गांव स्थित गौशाला में गोवंश की स्थिति पर भी संज्ञान लेते हुए इसकी मरम्मत के निर्देश नगर निगम अधिकारियों का जारी किए। साथ ही मौजूदा गोवंश के मेवात स्थित संघेल गोशाला में शिफ्ट कर इस कार्य में तेजी के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गोवंश को एस्ट्रा फोर्स लगाकर शिफ्ट करें ताकि गर्मी में परेशानी होने से रोका जा सके। मंत्री विपुल गोयल ने निर्देश दिए कि बाईपास रोड के दोनों किनारों की साफ-सफाई विशेष अभियान के तहत करवाई जाए और ताकि जुलाई महीने में चिन्हित स्थानों पर बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाए। उन्होंने कहा कि जिले में स्थित समस्त पारंपरिक बाजारों को अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित कर मॉडर्न मार्केट के रूप में विकसित करने की ओर ध्यान दें। इस संबंध में प्रत्येक बाजार के लिए एक समर्पित आधुनिक डिजाइन प्लान शीघ्र तैयार करने के निर्देश मंत्री ने दिए। बाजारों की अवस्थिति, भीड़-भाड़, यातायात और उपभोक्ता सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए उनका कार्याकल्प सुनिश्चित किया जा सके।
टूटी सड़कों व ओवरफ्लो नालों के लिए ठेकेदार को फटकार, मंत्री ने दी चेतावनी:-
हरियाणा सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के राज्य मंत्री राजेश नागर ने स्पष्ट एवं दृढ़ शब्दों में लापरवाही बरतने वाले एक ठेकेदार को बैठक के दौरान ही फटकार लगाई। साथ ही उन्होंने अपूर्ण अथवा अवरूद्ध कार्यों को प्राथमिकता के आधार पर पुन: सक्रिय करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजनाओं का उद्वेश्य मात्र आंकड़ों में उपलब्धि दिखाना नहीं, अपितु जनमानस को वास्तविक लाभान्वित करना होना चाहिए। मंत्री ने जोर देते हुए कहा कि विलंबित विकास कार्यों का प्रभावशीलता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, और देरी से पूर्ण हुई परियोजनाएं अक्सर उपयोगिता की दृष्टि से अप्रासंगिक हो जाती हैं। उन्होंने निर्माण कार्यों, पेयजल आपूर्ति, सड़क एवं आमजन की मुलभूत सुविधाओं से जुड़ी परियोजनाओं की विशेष समीक्षा की। श्री नागर ने परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे परियोजनाओं का स्थल निरीक्षण नियमित रूप से करें और प्रत्यक्ष प्रगति को व्यवस्थित रूप से दस्तावेजीकरण करें। उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि विकास महज संख्यात्मक उपलब्धियों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह धरातल पर व्यापक और सकारात्मक परिवर्तन लाने का सशक्त माध्यम होना चाहिए।
स्थानीय पार्षदों ने बताई क्षेत्र की समस्याए मंत्री ने मांगी एक्शन रिपोर्ट:-
बैठक के दौरान स्थानीय पार्षद भी मंत्री राजेश नागर के साथ बैठक में उपस्थित रहे। क्षेत्रवार सभी अपनी समस्याएं बताई। इस पर मंत्री ने नगर निगम के संबंधित अधिकारियों से एक्शन रिपोर्ट मांगी। इसके अलावा तारीख सुनिश्चित कर कार्य पूरे करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने मुख्य रूप से बादशाहपुर-इस्माइलपुर रोड, एत्मादपुर व सैक्टर-37 पल्ला सेहतपुर नाला के अलावा बेसहारा पशुओं से संबंधित मामलों पर बैठक के दौरान चर्चा की। उन्होंने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में शामिल हुए गांवों में सफाई सुनिश्चित की जाए। इसके लिए नगर निगम अधिकारी गांव अनुसार सफाई कर्मी की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें। इसी प्रकार इन क्षेत्रों में लाइट व्यवस्था, सीवरेज व्यवस्था पर भी चर्चा हुई।

बैठक में MCF कमिश्नर ए मोना श्रीनिवास, Police कमिश्नर सतेंद्र कुमार गुप्ता, DC विक्रम सिंह, नगर निगम के एडिशनल कमिश्नर गौरव अंतिल, DCP उषा कुंडू, सीटीएम अंकित कुमार सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।
