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DC पंचकूला के माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड का मुख्य प्रशासक होने पर उठा कानूनी सवाल..

Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Chandigarh, 12 सितंबर:
जिला उपायुक्त DC पंचकूला सतपाल शर्मा को माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड का मुख्य प्रशासक होने पर सवाल उठ रहे हैं। कारण बताया जा रहा है कि एक ही अधिकारी/व्यक्ति एक साथ दो-दो पदों पर बोर्ड में नहीं हो सकता है।

बता दें कि हरियाणा सरकार द्वारा गत् 4 अगस्त को हरियाणा सिविल सेवा (HCS) से IAS में प्रमोट हुए सतपाल शर्मा जिन्हें 21 अगस्त को 2017 का बैच वर्ष (सेनिओरिटी/वरिष्ठता) अलाट हुआ, को पंचकूला जिले का उपायुक्त एवं साथ-साथ श्री माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड का चीफ एडमिनिस्ट्रेटर (मुख्य प्रशासक) तैनात किया गया है।

सरकार द्वारा की गई इस नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में एडवोकेट और प्रशासनिक मामलों के जानकार हेमंत कुमार ने हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, शहरी निकाय विभाग के कैबिनेट मंत्री, विभाग के कमिश्नर एवं सेक्रेटरी, डायरेक्टर जनरल एवं प्रदेश सरकार के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को लिखकर डीसी पंचकूला के माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड का मुख्य प्रशासक होने विरूद्व पत्र लिखा है। हेमंत ने इस आधार पर सवाल उठाया है कि चूंकि हरियाणा माता मनसा देवी पूजास्थल कानून-1991 की धारा 4 (सी) के अंतर्गत पंचकूला के जिला उपायुक्त पदेन अर्थात अपने पद के कारण माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड के सदस्य-सचिव होते है इसलिए वह उस के साथ-साथ बोर्ड के मुख्य प्रशासक नहीं हो सकते है। एक अधिकारी एक ही समय पर बोर्ड में दो पदों का पदाधिकारी नही हो सकता है।

हेमंत ने अपने द्वारा उठाये गए पॉइंट के समर्थन में उपरोक्त वर्ष 1991 कानून की धारा 13 का हवाला देते हुए यह भी लिखा कि उसमें स्पष्ट उल्लेख है कि माता मनसा देवी पूजास्थल बोर्ड द्वारा ही बोर्ड का मुख्य प्रशासक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) नियुक्त किया जा सकता है। वर्तमान में पंचकूला जिले की अतिरिक्त उपायुक्त (एडीसी) निशा बोर्ड की सीईओ हैं।

हेमंत के मुताबिक गत माह 4 अगस्त को हरियाणा सरकार के शहरी स्थानीय निकाय विभाग द्वारा माता मनसा देवी श्राइन (पूजास्थल) बोर्ड, पंचकूला का पुनर्गठन किया गया था। बोर्ड में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को चेयरमैन (अध्यक्ष), शहरी स्थानीय निकाय विभाग के मंत्री विपुल गोयल को वाईस-चेयरमैन (उपाध्यक्ष) और तीन आधिकारिक सदस्य हैं जिनमें राज्य के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी, शहरी निकाय विभाग के आयुक्त एवं सचिव विकास गुप्ता और डीसी पंचकूला को बोर्ड का सदस्य-सचिव बनाया गया।

उपरोक्त तीन आधिकारिक सदस्यों के अतिरिक्त हरियाणा विधानसभा के पूर्व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता जो पंचकूला विधानसभा हलके से वर्ष 2014 से 2024 तक लगातार दो बार भाजपा विधायक रहे हैं, कालका विस हलके से मौजूदा भाजपा विधायक शक्ति रानी शर्मा जो अम्बाला नगर निगम की पूर्व मेयर हैं, नगर निगम पंचकूला के प्रत्यक्ष निर्वाचित मेयर भाजपा के कुलभूषण गोयल, अम्बाला संसदीय सीट से तीन बार निर्वाचित भाजपा के दिवंगत रतन लाल कटारिया की धर्मपत्नी बंतो कटारिया, कालका नगर परिषद के अध्यक्ष कृष्ण लाम्बा, पंचकूला के सेक्टर-8 निवासी आरपी मल्होत्रा, अम्बाला शहर के ऋषभ, पंचकूला सेक्टर-4 निवासी हरिचंद गुप्ता और सेक्टर-12 पंचकूला निवासी देवेन्द्र धवन को बोर्ड का गैर-आधिकारिक (नान-ऑफिशियल) सदस्य बनाया गया है। इसके अलावा पंचकूला के ईश्वर जिंदल और डॉ. पुनीत बेदी को बोर्ड का एसोसिएट सदस्य बनाया गया।


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