Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad, 16 सितंबर: जिला स्तरीय समन्वय समिति डीएलसीसी की बैठक डीसी विक्रम सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में जिले के सभी संबंधित विभागों एवं स्वास्थ्य संस्थानों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक का मुख्य उद्वेश्य जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया को सुदृढ़ करना, सभी आंकड़ों को सही समय पर अद्यतन करना तथा इस कार्य में पारदर्शिता और शत-प्रतिशत कवरेज सुनिश्चित करना रहा।
जन्म पंजीकरण में लापरवाही पर निजी अस्पतालों पर होगी सख्त कार्यवाही:-
DC विक्रम सिंह ने स्पष्ट किया कि यदि किसी निजी अस्पताल द्वारा जन्म की घटना की सूचना निर्धारित समयावधि में संबंधित विभाग को उपलब्ध नहीं कराई जाती है, तो संबंधित संस्था के विरूद्ध नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे मामलों पर सतर्क निगरानी रखी जाए और आवश्यकतानुसार प्रावधानों के तहत नोटिस जारी कर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपस में समन्वय बनाकर काम करेंगे, ताकि जिले में जन्म और मृत्यु पंजीकरण की कवरेज शत-प्रतिशत सुनिश्चित की जा सकें।
अस्पतालों में जन्म और मृत्यु का पूरा लेखा-जोखा जरूरी:-
DC विक्रम सिंह ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले के सभी सरकारी एवं निजी अस्पताल यह सुनिश्चित करें कि उनके यहां जन्म और मृत्यु के सभी मामलों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सही और समय पर डाटा तैयार होने से राज्य और केंद्र सरकार की विभिन्न स्वास्थ्य एवं सामाजिक कल्याण योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में मदद मिलती है।
मृत्यु के मामलों का होगा सटीक रिकॉर्ड, औचक निरीक्षण कर रजिस्टर कीजांच-पड़ताल के निर्देश:-
DC विक्रम सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के सभी श्मशान घाटों और कब्रिस्तानों में नियुक्त चौकीदारों से रजिस्टर सुनिश्चित किया जाए, जिसमें वहां आने वाले सभी मृत्यु मामलों का विवरण दर्ज हो। यह रजिस्टर नियमित रूप से अपडेट किया जाए और संबंधित अधिकारियों द्वारा समय-समय पर इसका निरीक्षण भी किया जाए। इस व्यवस्था से जिले में मृत्यु के आंकड़ों का सटीक संकलन संभव होगा और भविष्य में किसी भी प्रकार की विसंगति से बचा जा सकेगा।
बैठक में ADC सतबीर मान, SDM Faridabad अमित कुमार, SDM बल्लभगढ़ मयंक भारद्वाज, CMO डॉ० जयंत आहूजा, डॉ० मान सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण मौजूद रहे।