Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad, 21 नवंबर: शहर में खुले मॉल्स के अंदर चल रहे स्पा सैंटर ब्लैकमेलिंग का अड्डा बन चुके हैं। इन स्पा सैंटरों में आने वालों के साथ-साथ अब मॉल्स में फिल्म देखने आने वाले युवक भी स्पा सैंटर में काम करने वाली इन युवतियों का शिकार हो रहे हैं। स्पा सैंटर में काम करने वाली इन युवतियां और उनके सहयोगी मिलकर संगठित गिरोह चलाते हैं और लोगों को बलात्कार के फर्जी मामलों में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल/हनी ट्रैप कर उनसे मोटी रकम ऐंठते हैं। पुलिस पर भी ऐसे मामलों में संलिप्तता के आरोप लगते रहते हैं जिनकी वजह से ये हनी ट्रैप का धंधा फल-फूल रहा है।
ऐसे ही एक मामले के पर्दाफाश करवाया शहर के नामी-गिरामी एडवोकेट शेखर आनंद गुप्ता ने। पीडि़त धीरज के एडवोकेट शेखर की सुझबुझ का ही परिणाम था कि पुलिस ने क्राऊन इंटीरियर्ज मॉल के स्पा सेंटर में काम करने वाली एक युवती को हनी ट्रैप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और इस गिरोह का भंडाफोड़ किया। क्राऊन इंटीरियर्ज मॉल में एक स्पा सैंटर में काम करने वाली इस युवती पर धीरज गुप्ता नामक युवक को बलात्कार के झुठे केस में फंसाने और फिर उससे हनी ट्रैप में 33 लाख रूपये लेने के गंभीर आरोप हैं।
एसआईटी की रिपोर्ट के आधार पर स्पा सैंटर में काम करने वाली इस युवती और उसके सहयोगी मुकेश नरवत के खिलाफ पुलिस ने हनी ट्रैप का मुकदमा दर्ज कर इस युवती को भी गिरफ्तार कर पहले दिन वीरवार को कोर्ट में पेश किया गया जहां उससे 30 लाख की रिकवरी के लिए 3 दिन का रिमांड मांगा गया, लेकिन कोर्ट ने एक दिन का पुलिस रिमांड दिया और फिर आज उस युवती को डेढ़ लाख की रिकवरी के बाद दोबारा कोर्ट में पेश किया गया तो उसे यहां से 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। बता दें कि इससे पहले भी उक्त युवती पर इस तरह का मामला जयपुर में भी दर्ज हैं।
हनी ट्रैप के इसी मामले में पुलिस इससे पहले मुकेश नरवत नामक आरोपी और युवती के सहयोगी को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीेछे पहुंचा चुकी हैं। नरवत की अग्रिम जमानत याचिका को पहले सेशन कोर्ट और फिर हाईकोर्ट में भी खारिज/डिसमिश किया जा चुका है।
काबिलेगौर रहे कि रेखा (काल्पनिक नाम) ने दिल्ली निवासी धीरज गुप्ता नामक युवक पर उक्त क्राऊन इंटीरियर्ज मॉल की पार्किंग में गाड़ी के अंदर बलात्कार चाकू की नोक पर जबरन बलात्कार करने का मुकदमा गत् 12 जुलाई, 2023 को महिला थाना सैंट्रल में आईपीसी की धारा 376, 377और 506 के तहत दर्ज करवाया था। आरोप है कि आरोपित धीरज जब पुलिस के बुलाने पर महिला थाने पहुंचा तो वहां इस मामले में पीडि़ता ने इस केस में एफआईआर वापिस करने तथा उसके पक्ष में बयान देने की एवज में मुकेश नरवत के माध्यम से उससे व उसके भाई नीरज गुप्ता से 50 लाख रूपये की मांग की। बकौल धीरज, चूंकि वह पीडि़ता को जानता ही नहीं और ना कभी मिला तो इसलिए उसने पैसे देने से इंकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने धीरज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया
धीरज के मुताबिक इसी बीच पारिवारिक कारणों के चलते जब उनके भाई के दोस्त राजकुमार पांडेय ने मुकेश नरवत से इस मामले में बात की तो 33 लाख में समझौता हो गया जो रकम कि दे दी गई। इसके बाद पीडि़ता ने शपथ पत्र देते हुए और कोर्ट में पुलिस को ही कटघरे में खड़ा करते हुए सच्चा बयान दे दिया कि धीरज गुप्ता ने कोई बलात्कार नहीं किया और ना ही वो उसे जानती-पहचानती है, इसके लिए उसने पुलिस के दवाब में बयान देने के आरोप लगाए। जिसके बाद ही कि धीरज को 115 दिनों बाद 17 नवंबर, 2023 को जमानत मिली।
जेल से बाहर आने के बाद पीडि़त धीरज तत्कालीन गृहमंत्री अनिल विज से मिला और सारी स्थिति से अवगत कराते हुए बताया कि क्राऊन इंटीरियर्ज मॉल में स्पा में काम करने वाली युवती रेखा और मुकेश नरवत आदि मिलकर एक संगठित गिरोह चलाते हैं और लोगों को फर्जी मामलों में फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल कर इसी तरह मोटी रकम ऐंठते हैं। इस पर अनिल विज के आदेश पर एसीपी बल्लभगढ़ की अध्यक्षता में एक एसआईटी गठित की गई।
इस एसआईटी ने अपनी जांच में पाया कि घटनाक्रम के दौरान उक्त युवती और धीरज के मोबाईल की लोकेश कहीं मैच नहीं खाई। इसके अलावा युवती के उसके फेसबुक फ्रेंड की बात भी गलत पाई गई जिसका स्क्रीन शॉट युवती ने पुलिस को दिया। वहीं मुकेश और युवती की कॉल डिटेल से भी दोनों की जानकारी सामने आई। जांच रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि मुकेश नरवत इस मामले का सुत्रधार हो सकता है जिसने कि धीरज को मॉल में बुलाया। ऐसे कई कारण एसआईटी की जांच रिपोर्ट में सामने आए जिससे यह निष्कर्ष निकला कि मुकेश नरवत और उक्त युवती आदि ने षडय़ंत्र के तहत धीरज गुप्ता से रूपये ऐंठे हैं। इसी के चलते एसआईटी की सिफारिश पर आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 384, 388,120बी और 34 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ।







