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वाईएमसीए के विद्यार्थियों ने बनाया डिजाइन एवं विकसित ऑल टरेन व्हीकल

महेश गुप्ता
फरीदाबाद, 24 फरवरी: वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मैकेनिकल इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों द्वारा डिजाइन एवं विकसित ऑल टरेन व्हीकल सभी तरह के मैदानों पर चलने में सक्षम वाहन को विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शित किया गया। यह वाहन ओडिशा के भुवनेश्वर में 4 से 7 मार्च तक होने वाली मेगा एवीटी चैंपियनशिप-2016 के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।
विश्वविद्यालय में विद्यार्थियों के तकनीकी क्लब-टीम मैकनेक्सट रेसिंग की 30 सदस्यीय टीम द्वारा तैयार वाहन को आज कुलपति प्रो० दिनेश कुमार की उपस्थिति में प्रदर्शित किया गया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने वाहन की क्षमता के परीक्षण का प्रदर्शन भी किया।
कुलपति प्रो०दिनेश ने टीम के सदस्यों को परियोजना की सफलता पर शुभकामनाएं दी तथा वाहन को डिजाइन एवं तैयार करने में सहयोग देने वाली सभी फैकल्टी सदस्यों एवं विद्यार्थियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की परियोजनाओं से सही मायने में इंजीनियरिंग के कौशल सीखने का अवसर मिलता है और ऐसा अनुभव क्लास रूम में नहीं सीखा जा सकता। उन्होंने कहा कि ये वाहन विद्यार्थियों की सृजनात्मकता एक अनूठी उदाहरण है जोकि हल्का कारगर तथा कुशल होने के साथ-साथ उपयोग में भी काफी सुविधाजनक है।
कुल सचिव डॅा० तिलक राज मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के चेयरमैन प्रो० एमएल अग्रवाल तथा फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो० संदीप ग्रोवर ने भी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दी है। परियोजना में विद्यार्थियों के मार्गदर्शक रहे मैकेनिकल इंजीनियरिंग के एसोसिएट प्रो० डॉ० वासुदेव मल्होत्रा ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा तैयार एवीटी वाहन में ब्रिग्स एवं स्ट्रैटन इंजन तथा अल्फा गियर बॉक्स लगा है। वाहन का वजन लगभग 250 किलोग्राम है तथा वाहन को इस तरह से तैयार किया गया है कि इसके चारों पहिये वाहन को गति प्रदान करते है। हालांकि वाहन में परिस्थिति के अनुसार टू-व्हील ड्राइव सिस्टम का विकल्प भी है। जिससे वाहन द्वारा केवल दो पहियों को गति मिलेगी। इसके साथ-साथ वाहन 45 डिग्री की खड़ी चढ़ाई व सीढिय़ों पर चढऩे में भी सक्षम है और लगभग पांच फुट की ऊंचाई से सीधा नीचे मैदान पर आसानी से आ सकता है। जिससे वाहन या चालक को किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचती। डॉ० मल्होत्रा ने बताया कि वाहन को आपदा प्रबंधन एंव कृषि कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है। क्योंकि यह ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर चलने में सक्षम है। वाहन के निर्माण पर लगभग 2.35 लाख रूपये की लागत आई है। जिसे विद्यार्थियों ने कड़ी मेहनत से लगभग तीन महीनों की समय अवधि में पूरा किया है। वाहन की अधिकतम गति सीमा 60 कि० प्रति घंटा है तथा यह 15 किलोमीटर प्रति लीटर की माइलेज देता है
डॉ० मल्होत्रा ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर होने जा रही प्रतियोगिता में हिस्सा लेने को लेकर विद्यार्थी काफी उत्साहित है। वाहन के परीक्षण एवं अन्य तैयारियां पूरी कर ली गई है और उम्मीद है कि विद्यार्थी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
टीम मैकनेक्सट रेसिंग का हिस्सा बी-टैक फाइनल के स्टूडेंट कामरान शेख ने बताया कि प्रतियोगिता काफी चुनौतिपूर्ण रहेगी। जिसके लिए उनकी टीम पूरी तरह तैयार है और उम्मीद है कि प्रतियोगिता से काफी कुछ सीखने मौका मिलेगा।
उल्लेखनीय है कि मेगा एवीटी चैंपियनशिप-2016 एक राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता है। जिसमें विद्यार्थियों द्वारा निर्मित ऑल टरेन व्हीकल की डिजाइनिंग निर्माण तथा रेसिंग की गुणवत्ता इत्यादि को परखा जाता है। यह प्रतियोगिता ऑटोस्पोट्र्स इंडिया एवं कलिंगा मोटरस्पोट्र्स क्लब द्वारा ओडिशा सरकार के खेल मंत्रालय इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल फेडरेशन तथा फेडरेशन ऑफ मोटरस्पोट्र्स क्लब ऑफ इंडिया के सहयोग से करवाई जा रही है। प्रतियोगिता का उद्देश्य एवीटी वाहन निर्माण के लिए विद्यार्थियों में इंजीनियरिंग के व्यवहारिक अभ्यास को बढ़ावा देना है ताकि ऐसे वाहन के डिजाइन व निर्माण तथा उपयोगिता को लेकर विद्यार्थियों की समझ बढ़ सके।

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