नवीन गुप्ता/गोपाल कुकरेजा
फरीदाबाद, 24 फरवरी: महाभारत सीरियल में गुरू द्रोणाचार्य की भूमिका निभाने वाले नामी-गिरामी अभिनेता सुरेन्द्रपाल ने हरियाणा प्रदेश के आंदोलनकारियों से अपील की है कि वे हरियाणा को कुरूक्षेत्र का मैदान ना बनाएं। उनका कहना है कि हरियाणा के लोग अपने सभी आपसी गिले-शिकवे भूला कर दोबारा भाईचारे को बढ़ायें। हरियाणा में जो कुछ हुआ ये कुछ गलतफहमियों का, कुछ भावनाओं का, कुछ नादानियों का, कुछ मुश्किल घड़ी का एवं कुछ हमारे नादान स्वार्थी नेताओं की नासमझ भावनाओं का परिणाम है। इससे हमारे पुरखों की आत्मा व्यथित होकर कह रही है कि मेरी गोद को खून से लाल मत करो, मैं रो दूंगी। आज मेरे पुरखों की आत्मा एवं हरियाणा की धरती मां करहा उठी कि क्यों किया आप सबने इसे घायल? क्यों इसे दोबारा कुरुक्षेेत्र बना दिया। सुरेन्द्रपाल का कहना है कि यह मेरी मार्मिक प्रार्थना मेरी आत्मा की व्यथा है। मैंने तो केवल झज्जर का हाल देखा है तो मेरी आत्मा कराह उठी। मेरा पूरा प्रदेश जल गया। मेरी आत्मा बाकी कुछ देखने की हिम्मत ही नही जुटा पा रही।
इसीलिए सुरेंद्रपाल ने सभी से विनती करते हुए कहा है कि फिर एक बार हम अपने भाईचारे को कायम करे। सारे गिले-शिकवे भूला कर आपस में एक-दूसरे को गले लगा ले। हमारे बुजर्गो को ये हुनर मिला है कि वो चौपाल लगाकर फिर से भाईचारे को बनाने में अपने प्रदेश की माटी की शान बनाये। आज सभी समुदायों की खाप अपनी सकारात्मक भूमिका निभाकर एक बार फिर अपने प्रदेश को हरा-भरा बनायें। उनका कहना है कि खापों की भूमिका की अपनी विशेषता ही नही यह हमारा पारम्परिक सामाजिक ढांचा है जो राजनीति को नही समाज को परिपोषित करता है। समाज राजनीति से बडा होता है। आपकी पहल आपसी विश्वास की बहाली करेगी। जो हमारी नयी पीढ़ी को बरबाद होने से बचायेगी। इसीलिए अभिनेता सुरेन्द्रपाल ने कहा है कि आओ मिलकर अपने बच्चों का भविष्य सुखद बनायें वरना ये बच्चे आपस में झगड़ कर हमारी परवरिश पर प्रश्नचिन्ह लगायेंगे।
हमारा हरियाणा हमारे जन-मिलजुल कर रहे प्रसन्न चितमन
तूफान था गुजर गया-निशान व जख्म गहरे छोड़ गया
आओ जख्मों को आपस में भरे मिलजुल कर।
हम सभी मानवता का परिचय दे, इस संकट की घड़ी में एकजुट हो जाये, फिर से एक बार हरियाणा की पहचान फिर से बनाये। जय़ बोलो हम सब हरियाणावासियों की जय हिन्द!!