गर्ल स्टूडेंट्स ने पहचाना अपनी शक्ति को, स्वयं सिद्ध कार्यक्रम के तहत मेनका गांधी ने स्टूडेंट्स से अपनी शक्ति पहचानने की की अपील
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 26 फरवरी: मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) की स्टूडेंट्स को महिला सशक्तिकरण के प्रेरणावर्धण भाषण ने जोश से भर दिया। एमआरआईयू में स्वयं सिद्ध सेलिब्रेटिंग बींग, वूमन कार्यक्रम के तहत बतौर मुख्य अतिथि पहुंची केंद्रीय मंत्री महिला एवं बाल विकास मेनका गांधी ने गर्ल स्टूडेंट्स को खुद को पहचाने की सोच के साथ उत्साह से भर दिया।
मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एफएमएस के द्वारा इंटरनेशनल महिला दिवस के उपलक्ष्य में 12 फरवरी से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम सिंधु सरीजन एनजीओ के साथ आयोजित किया जा रहा है। इसके तहत गर्ल स्टूडेंट्स को उनकी शक्ति का एहसास दिलाने के लिए प्रेरणावर्धण भाषण से लेकर सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग व अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी के तहत शनिवार को मेनका गांधी कैंपस में पहुंची और गर्ल स्टूडेंट्स को उनकी शक्ति का एहसास दिलवा गई। इस कार्यक्रम का समापन इंटरनेशनल महिला दिवस के मौके पर 8 मार्च को किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के साथ मानव रचना शैक्षणिक संस्थान, एमआरईआई की मुख्य संरक्षका सत्या भल्ला, एमआरईआई के मैनेजिंग डॉयरेक्टर डॉ० संजय श्रीवास्तव, एमआरआईयू के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वधवा, सिंधु सरीजन की प्रेसिडेंट डॉ० उपासना अग्रवाल, एमआरईआई के ट्रस्टी डॉ० एमएम कथूरिया, एफएमएस की डीन डॉ० छवि भार्गव शर्मा मौजूद रही।
इस मौके पर सत्या भल्ला ने कहा कि मेनका गांधी ने महिलाओं के लिए हमेशा काम किया है और अभी भी कर रही है। मानव रचना के लिए यह गर्व की बात है कि वह आज स्टूडेंट्स को संबोधित करने यहां आई हैं।
इस मौके पर डॉ० एनसीवाधवा ने डॉ० ओपी भल्ला फाउंडेशन के द्वारा सोसायटी के उद्धार के लिए किए जा रहे कार्यों का ब्यौर पेश किया।
मेनका गांधी की एक घोषणा ने पूरे सभागार को तालियों से गूंजा दिया। मेनका गांधी ने कहा कि स्कूल में ऐसे बॉय स्टूडेंट्स को सम्मानित किया जाएगा जिनका व्यवहार गर्ल स्टूडेंट्स के लिए अच्छा होगा। इस तहत की योजना पर काम किया जा रहा है। केवल यहीं नहीं उन्होंने अपने विभाग के कार्यों के बारे में बताते हुए कहा कि मोबाईल में अलार्म बटन लगाया जा रहा है जोकि संकट की स्थिति में पुलिस को सूचना देगा। केवल यहीं नहीं उन्होंने गर्ल स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि घरेलु हिंसा के मामलों को रोकने के लिए बारहवीं पास व 21 साल से ऊपर की उम्र की लड़कियों को जिम्मेदारी सौंपी जा रही है। यहीं नहीं उन्होंने चाइल्ड हेल्प लाईन 1098 जो कि चाइल्ड ट्रैफिकिंग रोकने के लिए बनाई गई है, के बारे में भी बताया। इसके साथ उन्होंने स्टूडेंट्स व एनसीओ से आग्रह किया कि वह आगे आकर महिलाओं को प्रशिक्षित करने में मदद करें ताकि उनको भी समाज में अपनी जगह मिले और वह किसी पर निर्भर न रहे। इसके साथ उन्होंने विमेन एंटरप्रयनोरशिप काउंसिल जोकि साल के अंत तक शुरू की जाएगी के बारे में भी स्टूडेंट्स को बताया।
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