नवीन गुप्ता
फरीदाबाद,1 मार्च: वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय फरीदाबाद द्वारा देश के पहले नोबल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक भारत रत्न सर सी वी रमन की स्मृति में एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।
विज्ञान भारती हरियाणा के संस्थापक अध्यक्ष तथा कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के भौतिकी विभाग के पूर्व अध्यक्ष डॉ० आर एम पी जैसवाल कार्यक्रम के मुख्य वक्त रहे। कार्यक्रम को कुलपति प्रो० दिनेश कुमार ने भी संबोधित किया।
महान वैज्ञानिक डॉ० सी वी रमन को श्रद्धांजलि देते हुए डॉ० जैसवाल ने एक वैज्ञानिक के रूप में सर सी वी रमन के जीवन संघर्ष को विस्तार से बताया तथा विद्यार्थियों को उनके जीवन की उपलब्धि रमन प्रभाव से प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि डॉ० रमन को दुनिया भर में उनके प्रकाश के विवर्तन के शोध के लिए पहचाना जाता है। वे युवाओं के लिए सही मायने में प्रेरणा है। जिन्होंने जीवन की विषम परिस्थिति एवं बाधाओं के बावजूद जीवन में सफलता हासिल की। विद्यार्थियों को नोबल पुरस्कार विजेता ऐसे महान वैज्ञानिक सीख लेनी चाहिए।
विज्ञान दिवस के महत्व पर बोलते हुए कुलपति प्रो० कुमार ने कहा कि विज्ञान हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के साथ-साथ इसे आसान बनाता है। उन्होंने विद्यार्थियों को विज्ञान के विकास तथा नये अनुसंधान करने के लिए प्रेरित किया और कहा कि विज्ञान में ऐसी नई खोज होती रहनी चाहिए जो मनुष्य के जीवन स्तर को सुधारने में योगदान देती है।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ० प्रदीप कुमार ने अंत में धन्यवाद प्रस्ताव रखा। इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभाग के चेयरमैन डॉ० मनीष वशिष्ठ तथा प्रवीन कुमार भी उपस्थित थे।