मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 21 अप्रैल (ऋचा गुप्ता): रिटायर्ड रक्षाकर्मियों को पुनविस्थापित करने के उद्देश्य से उन्हें रिटार्यमेंट से पहले अन्य क्षेत्रों की ट्रेनिंग द डायरेक्टर जनरल रिसैटलमैंट (डीजीआर) के द्वारा देने का प्रावधान है। डीजीआर की मुहिम में मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) उनका साथ दे रहा है। गुरुवार को डीजीआर व एमआरईआई के द्वारा पिछले 4 महीने से रिटेल मैनेजमेंट एंड सप्लाई चेन पर चलाए जा रहे ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन हुआ। इस प्रोग्राम के अलावा बेसिक अंग्रेजी बोलने व लिखने के लिए भी इन रक्षाकर्मियों को ट्रेनिंग दी गई। इस मौके पर सभी को संबोधित करते हुए मानव रचना अकैडमिक स्टाफ कॉलेज के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर ब्रिगेडियर (रिटायर्ड) एस.एन.सेतिया ने कहा कि आज के दौर में अंग्रेजी व कंप्यूटर शिक्षा के बिना समाज की बराबरी कर पाना संभव नहीं है। एमआरईआई में रक्षाकर्मियों को कोर्स के साथ-साथ अंग्रेजी व कंप्यूटर की ट्रेनिंग दी गई, ताकि वह भविष्य में खुद को पुनविस्थापित करने की चुनौती को आसानी से पार कर सके। वहीं इस मौके पर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मानव रचना इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी (एमआरआईयू) के वाइस चांसलर डॉ. एन.सी.वाधवा ने सभी को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि जैसे वह देश की रक्षा करने के जज्बे के साथ अपने काम को ईमानदारी व निष्ठा के साथ निभाते आए हैं, वैसे ही वह आगे बढ़ते जाएंगे। इस मौके पर डिफैंस फोर्स से आए श्री मान सिंह व एयर फोर्स से आए श्री उमाकांत ने सभी की तरफ से मानव रचना व उनको ट्रेनिंग देने वाले सभी स्टाफ का धन्यवाद अर्पण किया। समापन के मौके पर डॉ. एन.सी.वाधवा ने ट्रेनिंग प्रोग्राम में टॉप रहे एयरफोर्स के श्री राजेंद्र समल व आर्मी के श्री उमेश चंद को सम्मानित किया।
previous post