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फरीदाबाद, 30 अप्रैल (नवीन गुप्ता): हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी काऊंसिल के प्रधान जे.पी. मल्होत्रा ने उत्पादकता में बढ़ोतरी के लिए वर्कमैन व इक्पूयपैंट की सुरक्षा को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया है। श्री मल्होत्रा के अनुसार वर्तमान में जबकि उद्योगों में सुरक्षा के प्रति सभी संबंधित वर्गों में जागरूकता का संचार करने की आवश्यकता महसूस की जा रही है, ऐसे में आवश्यकता इस बात की है कि संस्थान में सुरक्षा संबंधी मानकों पर ध्यान दिया जाए। यहां हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी काऊसिंल के प्रोडक्टिविटी हाल में काईजन मैनेजमेंट और 5 एस पर आयोजित एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए श्री मल्होत्रा ने कहा कि सुरक्षा के प्रति सभी वर्गों की भाीगदारी सुनिश्चित की जानी आवश्यक है और वास्तव में इससे उत्पादकता में निरन्तर सुधार के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
श्री मल्होत्रा ने प्रात:काल में सुझाव व सायंकाल रिवार्ड का जिक्र करते हुए कहा है कि सभी तथ्यों पर ध्यान, उपकरणों की दो मिनट के लिए जांच और श्रमिकों को सिस्टम का हिस्सा बनाने के लिए प्रोत्साहन ऐसी आवश्यकता है जिस पर ध्यान दिया जाना चाहिए। श्री मल्होत्रा ने कहा कि श्रमिकों व संस्थान के सभी वर्गों में इस भावना को लाना आवश्यक है कि वे अपनी कम्पनी में कार्य कर रहे हैं।
आईईआई के चेयरमैन जे.पी. सिंह ने ट्रेनिंग प्रोग्राम में उपस्थित लोगों से आग्रह किया कि वे अपने सुझाव अवश्य दें। आपने कहा कि कई बार ये सुझाव इतने उपयोगी हो जाते है कि इनका लाभ निरन्तर मिलता ही रहता है। आपने कहा कि काईजन उत्पादन की लागत को कम करने में सहायक है और सिस्टम को और बेहतर बना सकता है।
काऊंसिल के वरिष्ठ उपप्रधान एच.एल. भुटानी ने अपने स्वागत सम्बोधन में काऊंसिल के कार्यों व ट्रेनिंग प्राोग्राम के संबंध में बताया। उन्होंने बताया कि काऊंसिल केन्द्र सरकार की स्किल डवलपमेंट प्रोग्राम में अपनी प्रभावी भूमिका निभा रही है। एच.एल. भुटानी ने ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे प्रोग्राम में मिली जानकारी का यथासम्भव लाभ उठाएं।
के.के. नरूला ने काईजन, फाईव एस, जेआईटी, पोकी-योकी, जिडोका के संबंध में विस्तारपूर्वक बताया। कार्यक्रम में कईजन व फाईव एस के संबंध में पोस्टर्स के माध्यम से जानकारी प्रदान की गई।
प्रश्रोत्तरी कार्यक्रम में प्रतिभागियों ने विभिन्न सवालों को विशेषज्ञों के समक्ष रखा। प्रशिक्षण कार्यक्रम में भारतीय वाल्वस, डिफैंस लैंड सिस्टम, लिंडस्ट्रोम, कैनमोर, विकास इण्डिया, रिंकू रबड़, सैन आटोमोटिव, एसजी इन्डस्ट्रीज, चन्द्रा रबड़, एमके पैट्रो प्रोडक्टस, कार्तिक इलैक्ट्रोनिक्स, जैनर एक्वामैट, रिचा इन्डस्ट्रीज सहित विभिन्न उद्योगों के प्रतिनिधि शामिल हुए।