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चडीगढ़,, 11 मई (महेश गुप्ता): बस चलाते समय फोन का इस्तेमाल करने वाले हरियाणा परिवहन विभाग के ड्राईवरों को अब निलंबन की कार्रवाई का सामना करना पडेगा । प्रदेश के परिवहन मंत्री श्री कृष्ण लाल पंवार ने इस संबध में विभाग के अधिकारियों को दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। आज यहां आयोजित राज्य सडक़ सुरक्षा परिषद की बैठक के उपरांत उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बसों को चलाते समय ड्राइवरों द्वारा फोन का इस्तेमाल करने के संबध में उन्हें लगातार शिकायतें मिल रही हैं। ड्राईवरों द्वारा फोन का इस्तेमाल करने से सडक़ दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है। इसलिए भविष्य में जांच के दौरान ऐसी शिकायतों के सही पाए जाने पर संबंधित ड्राईवर को निलंबन की कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। इससे पूर्व राज्य सडक़ सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करते हुए उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा सडक़ सुरक्षा की दिशा में किए जा रहे कार्यो की समीक्षा भी की। लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सडक़ें) की ओर से परिवहन मंत्री को अवगत करवाया कि राज्य में 1170 दुर्घटना सम्भावित स्थानों की पहचान की गई थी जिनमें से 1078 स्थानों को ठीक किया जा चुका है । ऐसे 92 दुर्घटना सम्भावित स्थान और हैं जिनपर अभी कार्य किया जाना बाकी है। इसी प्रकार 1051 ऐसी जगहों की पहचान की गई जहां गति-अवरोधक लगाये जाने आवश्यक थे। इनमेेंं से 915 गति-अवरोधक लगवाये जा चुके है और बाकि पर काम चल रहा है। इस पर परिवहन मंत्री ने कहा कि इसी वर्ष अगस्त माह तक चिन्हित किए जाने वाले सभी दुर्घटना संभावित क्षेत्रों को हर हाल में ठीक करवाया जाए और सभी निर्धारित स्थानों पर स्पीड ब्रेकर का निर्माण करने के साथ-साथ ट्रैफिक लाइट व सडक़ संकेतों को दुरूस्त किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राष्ट्रीय राजमार्गो पर अवैध रूप से बनाए गए कई स्पीड ब्रेकर दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं। श्री पंवार ने एनएचएआई के अधिकारियों से ऐसे सभी स्पीड ब्रेकर्स को जिला प्रशासन के सहयोग से तुड़वाने के निर्देश दिए। उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों से राष्ट्रीय राजमार्गों पर फुट-ओवर ब्रिज तथा अंडर ब्रिज बनाने के संबध में भी कार्य तेज करने के निर्देश दिए। बैठक में आए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने परिवहन मंत्री को अवगत करवाया कि सडक़ दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों का समय पर इलाज करने के उद्देश्य से प्रदेश में 7 ट्रामा सैंटर पहले से ही स्थापित किये हैं। इसके अतिरिक्त 13 और ट्रामा सैंटर स्थापित करने के लिए विभाग ने भारत सरकार से स्वीकृति मांगी है। परिवहन मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से पुलिस विभाग की एंबुलैंस में पर्याप्त पैरामैडिकल स्टाफ भी उपलब्ध करवाने को भी कहा। उन्होंने पुलिस विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि यातायात नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर विशेष अभियान चलाएं। उन्होंने कहा कि नशा करके वाहन चलाना, तेज रफ्तार से वाहन चलाना, वाहन चलाते समय धुम्रपान करना या मोबाईल फोन का इस्तेमाल करना दुर्घटनाओं का बड़ा कारण है। इसलिए शराब पीकर गाड़ी चलाने, बिना हेल्मेट/सीट बेल्ट या खतरनाक तरीके से वाहन चलाने वाले व ओवरलोड वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाए। बैठक में परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री एस एस ढिल्लों, परिवहन आयुक्त श्रीमती सुप्रभा दहिया तथा एडीजीपी मोहम्मद अकील सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।