– नगर परिषद के वार्ड 24 से पार्षद देवदत्त के चुनाव पर मंडरा रहे हैं काले बादल
– पराजित उम्मीदवार अनीता भारद्वाज ने अदालत में दी चुनौती
– अदालत ने 14 जुलाई की तारीख देकर पार्षद व चुनाव आयोग को किया नोटिस
मैट्रो प्लस
पलवल, 7 जुलाई (नवीन गुप्ता/ देशपाल सौरोत): नगर परिषद पलवल के वार्ड नंबर-24 से निर्वाचित पार्षद देवदत्त के सिर पर भी उनके चुनाव को लेकर काले बादल मंडरा गए हैं। वार्ड नंबर-24 से पार्षद पद के हुए चुनावों में दूसरे नंबर पर रहीं उम्मीदवार एवं भाजपा की वरिष्ठ नेत्री श्रीमती अनीता भारद्वाज ने पार्षद देवदत्त के चुनाव को अवैध बताते हुए अदालत में केस दायर कर दिया है। माननीय सिविल जज (सीनियर डिवीजन) परविन्द्र कौर की अदालत ने मजबूत दावे को देखते हुए केस को एडमिट कर सुनवाई के लिए 14 जुलाई की तारीख तय कर दी है तथा पार्षद देवदत्त के अलावा चुनाव आयोग को नोटिस जारी कर सम्मन कर दिए हैं।
पराजित प्रत्याशी अनीता भारद्वाज ने अधिवक्ता वी.एस. भाटी के माध्यम से कोर्ट में दावा किया है कि नगर परिषद पलवल के वार्ड नंबर-24 की लिस्ट में कुल साढ़े तीन हजार वोटों में से 881 वोट फर्जी हंै। जिनमें से 310 वोट तो ऐसी हैं जो मौजूदा वार्ड लिस्ट में डबल पाई गई है तथा यह सभी वोट डबल वोटर आई कार्ड नंबर पर दर्ज हैं जो पूरी तरह से अपराध है। इसके अलावा 287 वोट गलत नंबर पर दर्शाई गई हैं जिनके मकान का कोई अता-पता नहीं है तथा यह वोट भी पूरी तरह से फर्जी हैं। वहीं 226 वोट वार्ड नंबर 10, 23 व 25 वार्ड के स्थाई निवासियों की हैं जो वार्ड नंबर 24 में बनवाई गई हैं तथा यह वोट वार्ड में रहते ही नहीं हैं। इसके अलावा 6 वोट मरे हुए व्यक्त्यिों की बनी हैं वहीं 43 वोट ऐसी हैं जिनका मतदाता सूची में नाम ही नहीं है जबकि उनके परिवार की वोट लिस्ट में दर्ज हैं और जानबूझकर उन्हें वोट से वंचित रखा गया है। इसके अलावा 9 वोट जो वार्ड में ही हीं नहीं बाहर गावों में रहते हैं, भी इसी लिस्ट में दर्ज हैं।
अधिवक्ता श्री भाटी का दावा है कि एक सोची समझी रणनीति के तहत पार्षद देवदत्त ने नगर परिषद के जेई व चुनाव प्रक्रिया में लगे अधिकारियों पर दबाव बनाकर वोटर लिस्ट में फर्जी नाम डलवाए हैं तथा पूर्व में नगर परिषद में अपने पार्षद पति की हैसियत का इस्तेमाल कर मौजूदा पार्षद देवदत्त ने दवाब का इस्तेमाल किया गया है। उन्होंने कहा कि उनके पास फर्जी वोटों के पूरे सबूत हैं तथा उन्होंने 300 पेज का दावा डाला है तथा निश्चित तौर पर उनकी जीत होगी और वार्ड चुनाव कैंसिल होगा।
उन्होंने बताया कि वार्ड से प्रत्याशी रहीं श्रीमती अनीता भारद्वाज ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी व फर्जी वोटों को क्रम संख्या वाईज चुनाव से काफी समय पहले जिला निर्वाचन अधिकारी उप० उपायुक्त, पलवल के निर्वाचन अधिकारी एवं एसडीएम व जीएम रोडवेज तथा बूथ लेबल अधिकारी(बीएलओ)को प्रमाण सहित लिखित में सूचना देकर लिस्ट में से फर्जी वोटों को हटाने की अपील की थी जिसकी रिसीविंग कॉपी भी उनके पास है तथा माननीय अदालत में प्रमाण के तौर पर लगाई गई हैं।
उधर अदालत में केस दायर करने वाली अनीता भारद्वाज ने कहा कि यदि फर्जी वोट, डबल वोट व दूसरे वार्ड की वोट न डाली जातीं तो वह निश्चित रूप से विजयी होती। उन्होंंने अपने वार्ड में पिछले काफी समय से कड़ी मेहनत की थी मगर सारी मेहनत पर फर्जी वोटों ने पानी फेर दिया। पार्षद देवदत्त फर्जी तरीके से चुनाव जीता और वह दूध का दूध व पानी का पानी करके दिखाएंगी। उन्हें अदालत पर पूरा भरोसा है तथा उन्हें कोर्ट से अवश्य न्याय मिलेगा।
मालूम हो कि नगर परिषद की चेयरपर्सन बनी श्रीमती इंदु शर्मा व वाईस-चेयरपर्सन श्रीमती आशा पोसवाल के खिलाफ भी अदालत में रिट पिटीशंस दायर की गई हैं। अब वार्ड-24 के पार्षद देवदत्त के खिलाफ की केस दायर होने के बाद शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। चेयरपर्सन इंदू शर्मा के खिलाफ पराजित उम्मीदवार मीनू जाखड़ ने व वाईस चेयरपर्सन व वार्ड 11 से चुनाव लड़ीं आशा पोसवाल के खिलाफ चुनाव लड़ी हेमलता सैनी व शशि फागना ने अदालत में रिट पिटीशन दायर की है।
बहरहाल मामले को लेकर राजनैतिक हल्कों में सवाल मुंह बाएं खड़ा हो गया है कि आखिरकार अब मौजूदा हालात में क्या होगा।