भागदौड़ में आदमी खो चुका है अपने जीवन के आनंद को: बीके पूनम
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 13 अक्टूबर (नवीन गुप्ता): आज हर व्यक्ति क्यों भाग रहा है? किस लिए भागते हैं यह भी पता नहीं किसी भी ध्येय के बिना इंसान क्यूं भाग रहा हैं। इस भागदौड़ में वह अपने जीवन के आनंद को खो चुका है। उसे पता ही नही है कि वह इस दुनिया में क्यों आया है। जबकि जीवन एक खास उद्देश्य के साथ जीना चाहिए। यह विचार ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय की ओर से मेट्रो गार्डन में आयोजित अलविदा तनाव शिविर में ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने व्यक्त किए। शिविर के प्रथम दिन शिविर की शुरूआत दीप प्रज्जवलित करके की गई।
ब्रह्मकुमारी पूनम बहन ने कहा कि आनंद के जैसी दूसरी कोई पूंजी नही, आनंद के सामान कोई औषधी नही। गीता में बताया गया है कि आनंद में रहने से सारे दु:ख मिट जाते है जिसका मन आनंदी होता है, उसकी बुद्वि शांत और स्थिर होती है। आनंद परमात्मा से मिली हुई भेंट है, इच्छुक व्यक्ति यह भेंट नि:शुल्क पा सकता है।
आनंदी रहने के मार्ग बताते हुए तनावमुक्ति विशेषज्ञता ब्रह्मकुमारी पूनम बताती है कि आनंदी रहने के लिए हमेशा वर्तमान में जिएं। गीता में वर्तमान का महत्व बताया गया है। यह सत्य भी है कि जो कुछ हो गया उसका कुछ भी नही हो सकता औरा आने वाले वक्त के बारे में कोई कुछ नही बता सकता। इसलिए वर्तमान पर विश्वास किया जाता है। इस अवसर पर ब्रह्मकुमारी पूनम बहन ने आए हुए लोगों को राजयोग करवाया।
इस मौके पर प्रमुख अतिथियों के रूप में पूर्व मंत्री शिवचरण लाल शर्मा, एमएएफ के प्रधान अजय जुनेजा, जीवा पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष ऋषिपाल चौहान, क्राउन ग्रुप के चेयरमेन आर.एस. गांधी, के.एल तनेजा, डीसीपी ट्रैफिक पूर्णचंद पंवार, आयकर अधिकारी प्रीतम सिंह मोर, एसीपी मुजेसर राजेश चेची, लायंस क्लब के उपाध्यक्ष बी.एम शर्मा, आर.के. चिलाना, वीपी शर्मा, बलबीर सिंह व अन्य मौजूद थे।