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फरीदाबाद, 21 अक्टूबर (नवीन गुप्ता): प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अलविदा तनाव शिविर के नौंवे दिन आलौकिक जन्मोत्सव मनाया गया। अध्यात्म की राह पर निकले श्रद्धालाओं का मानों नया जन्म हो गया हो। चैत्नय लक्ष्मी-नारायण, राधे-कृष्ण के रूप में तैयार बहनों और गोप-गोपियों के साथ आलौकि जन्मोत्सव मनाया गया।
इस अवसर पर तनावमुक्ति विशेषज्ञा ब्रह्माकुमारी पूनम बहन ने कहा कि अगर जीवन में स्थाई खुशी एवं शांति चाहते है तो व्यक्ति को अध्यात्मिक बनना ही होगा। पदार्थो में सुख आनंद नही, आनंद भीतर की चीज है इसे भीतर खोजो और वो भी अध्यात्म से आ सकता है बाहर से नही। आपको अध्यात्मिक होना ही पड़ेगा जो अध्यात्मिक होते है उसका सब चीजें अनुकूल दिखती है।
बहन बीके पूनम ने कहा कि अलौकिक जन्म के जन्मदाता स्वयं परमपिता शिव है जिस घर में जन्म होता है उस अनुसार उसके कर्मों और भाग्य का जाना जाता है। लेकिन भाग्य परिवर्तन हो सकता है यदि हम अध्यात्म की राह पर चल पड़े। सभी श्रद्धालाओं ने आलौकिक जन्मोत्सव की खुशियां मनाई।