जापानी प्रतिनिधिमंडल ने किया भारतीय वाल्व का दौरा
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 3 दिसम्बर (नवीन गुप्ता): जापान के अकीरा कुरियामा के नेतृत्व में जापानी प्रतिनिधिमंडल ने आईएसओ 9001 प्रमाणित एसएमई, भारतीय वाल्व प्राइवेट लिमिटेड का दौरा किया। उन्होंने प्रवर्तक जेपी मल्होत्रा और उनके बेटे गौतम मल्होत्रा के साथ उद्यम में TQC और मोनोजूकूरी के कार्यान्वयन विषय पर गहराई में बातचीत की। यह चर्चा अद्वितीय थी क्योंकि मल्होत्रा पिता और पुत्र का जोड़ी 30 साल के अंतराल में ही अत्यधिक ज्ञानी और प्रतिष्ठित प्रो० डॉ० नोरियाकी कानो और प्रो० युकिहिरो आंदो द्वारा टोक्यो में प्रशिक्षित हुए हैं। जे.पी. मल्होत्रा को TQC के पहले कोर्स में भाग लेने के लिए अगस्त-1986 में एनपीओ (एपीओ से संबद्ध) द्वारा नामित किया गया था। लघु उद्योग क्षेत्रों में से उन्हीं को भारत सरकार के तत्कालीन उद्योग मंत्री एन.डी. तिवारी ने चयनित किया था। अन्य दो आईएसआई और भारतीय सांख्यिकी संस्थान, हैदराबाद के अधिकारी थे।
गौतम मल्होत्रा ने हाल ही में सितंबर-2016 में कोर्स में भाग लिया था और प्रो० डॉ० नोरियाकी कानो ने ही ट्रेनिंग भी दी थी। जापानी प्रतिनिधिमंडल में कुरियामा सान के साथ पुरसेनला और एचआईडीए भारत से लवीना भी शामिल थीं। वे जे.पी. मल्होत्रा और श्री गौतम के कार्य संस्कृति और साफ-सफाई, क्यूसी दृष्टिकोण, लीन मैनेजमेंट, प्रक्रिया नियंत्रण तकनीकों के कार्यान्वयन से प्रभावित थे। कुरियामा सान ने कर्मचारियों के समय निर्धारण, काइजेन सुझाव योजना और रेड टैग वेस्ट एलिमिनेशन प्रणाली की सराहना की। प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय वाल्व द्वारा अपनाई गई वर्षा जल संचयन, अग्नि सुरक्षा प्रणाली, उत्पादकता और सुरक्षा पोस्टर, स्वास्थ्य नीति और मजदूर कल्याण योजनाओं की भी प्रशंसा की।
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी कौंसिल के प्रधान जेपी मल्होत्रा को प्रो० डॉ० नोरियाकी कानो की ट्रेनिंग और भूमिका पर एक छोटा सा आलेख लिखने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह लेखन जापानी एचआईडीए विशेष समाचार पत्र में प्रकाशित होगा। यह समाचार पत्र प्रो० डॉ० नोरियाकी कानो द्वारा विश्व भर में क्यूसी आंदोलन में एक स्मारकीय योगदान देने के लिए उन्हें सम्मानित करने के लिए प्रकाशित किया जा रहा है।
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