वार्ड नं०-32 से भाजपा प्रत्याशी मनमोहन गर्ग के कट्टर समर्थक उद्योगपति सुनील गुलाटी ने दी चुनावों में बैठ जाने की धमकी
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 03 जनवरी (नवीन गुप्ता): नगर निगम चुनावों में वार्ड नंबर-32 से भाजपा प्रत्याशी मनमोहन गर्ग के कट्टर समर्थक उद्योगपति सुनील गुलाटी द्वारा निर्दलीय उम्मीदवार वीरेंद्र कुमार मखीजा के चुनावी कार्यालय में घुसकर उनके चुनाव प्रभारी भारत आहुजा को जान से मारने की धमकी देने का मामला प्रकाश में आया है। इस मामले में पीडि़त भारत आहुजा ने सुनील गुलाटी के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। फिलहाल जांच अधिकारी धर्मवीर एएसआई इस मामले की जांच कर रही है।
शिकायतकर्ता भारत आहुजा ने पुलिस चौकी इंचार्ज सैक्टर-14 को दी गई अपनी शिकायत में कहा है कि वह एन.एच.-2डी/7 एनआईटी फरीदाबाद के रहने वाले हैं और निर्दलीय उम्मीदवार वीरेंद्र कुमार मखीजा के चुनाव प्रभारी हैं। बकौल भारत आहुजा आज 3 जनवरी को दोपहर 12: 20 मिनट पर वह अपने बहनोई एवं वार्ड नंबर-32 के प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार मखीजा के साथ सैक्टर-14 की मार्केट में स्थित चुनाव कार्यालय पर बैठे हुए थे। उसी समय सैक्टर-14 के मकान नंबर-1329 में रहने वाले उद्योगपति सुनील गुलाटी पुत्र वी.बी. गुलाटी उनके चुनावी कार्यालय पर आए और आते ही सुनील गुलाटी ने उनके बहनोई वीरेंद्र कुमार मखीजा से गाली-गलौच करते हुए उन्हें चुनाव से हट जाने की लिए जमकर धमकाया। गुलाटी ने कहा कि वह अपना दफ्तर बंद कर दें और चुनाव से हट जाएं, नहीं तो तुम्हें सबक सिखा दूंगा। गुलाटी का गुस्सा देखकर जब वह बीच में आए तो वह उन्हें भी धमकी देने लगे।
भारत आहुजा के अनुसार सुनील गुलाटी ने बीच में आने पर उन्हें खूब गालियां दी और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा कि या तो तुम मेरे प्रत्याशी मनमोहन गर्ग के सामने बैठ जाओ, नहीं तो तुम्हें चुनाव लडऩा सिखा दूंगा। तुम मेरे सामने कुछ भी नहीं हो। मेरे व भाजपा प्रत्याशी मनमोहन गर्ग पर मंत्री का आर्शीवाद है। सुनील गुलाटी ने चुनाव कार्यालय पर लगे विरेंद्र मखीजा के बोर्ड भी हटवाने की धमकी दी।
पीडि़त भारत आहुजा ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा है कि उन्हें व प्रत्याशी वीरेंद्र कुमार मखीजा को उपरोक्त आरोपी व भाजपा प्रत्याशी से जान का खतरा है। इसका कारण शिकायत में बताया गया है कि आरोपी सुनील गुलाटी का फरीदाबाद के चर्चित फाईनेंसर गोपाल हत्याकांड में नाम शामिल रहा है। इसलिए तत्काल उन्हें पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाए और आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए।