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मोदी बोले हमेशा ईमानदार अफसरों के साथ हूं जनता का काम रुकना नहीं चाहिए

मैट्रो प्लस से ईशिका भाटिया की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 21 अप्रैल: सिविल सर्विस डे के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई अफसरों को संबोधित किया पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल पहले और आज के हालात में भारत में काफी अंतर है। इस मौके पर मोदी ने कहा कि अफसरों को शक्ति का एहसास होना चाहिए।
इस अवसर पर मोदी ने बताया कि पिछले 15.20 वर्षों में कार्यशैली का तरीका बदला है। अब हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है। पीएम ने कहा कि अब लोगों के पास कई तरह के विकल्प मौजूद हैं। हमारी चुनौतियां भी बढ़ गई हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि हमें भी अपनी कार्यशैली को बदलना होगा। सरकार के रहते हुए लोगों को बोझ का एहसास नहीं होना चाहिए।
इस मौके पर नरेंद्र मोदी बोले कि मैं चाहता हूं कि अगले एक साल में काम की कवालिटी में बुहत बदलाव होना चाहिए। उन्होंने बोला कि सिर्फ सर्वश्रेष्ठ होने से काम नहीं चलता अगर सर्वश्रेष्ठ होने का ठप्पा आप पर लगा है तो उसे आदत बनाना जरुरी है।
गौरतलाब रहे कि अफसरों को गृहणियों से काफी कुछ सीखने की जरुरत है। वह किस तरह परेशानियों के बावजूद सभी चीजों को मैनेज करती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गृहिणी परिवार को नई ऊंचाई पर ले जाती है। वही जिम्मेदारी आपकी भी है। पीएम ने कहा कि वरियता क्रम का बोझ अंग्रेजों के जमाने से चलाता आ रहा है। हमें अपने अनुभव को बोझ नहीं बनने देना चाहिए।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमें गर्व होना चाहिए कि जहां मैंने काम किया कि उस काम को मेरे जूनियर ने आगे बढ़ाया। इस मौके पर मोदी बोले कि हम सभी को भारत के लिए एक-साथ मिलकर काम करना होगा और उन्होंने कहा कि सिविल सर्विस की सबसे बड़ी ताकत को खोने नहीं देना चाहिए। अफसरों की सबसे बड़ी ताकत अनामिका है। जोकि अफसर की सोच और उसके विजन को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री बोले कि मैं सोशल मीडिया की ताकत को जानता हूं सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है। जिला लेवल के अफसर भी इसका फायदा उठा सकते हैं। वह अफसर इसका फायदा भी उठा रहे हैं।
इस अवसर पर मोदी ने कहा कि काम के दौरान सोशल मीडिया पर खुद का प्रचार जरुरी नहीं है। सोशल मीडिया का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए करना चाहिए। अपने विवेक से ताकत का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस मौके पर उन्होंने बताया कि अगर मैं भी आपकी तरह अफसर होता तो आज सचिव के पद पर होता 16 साल की नौकरी के बाद आपके बराबर पहुंच पाता मोदी ने कहा कि मैंने बैठक के दौरान मोबाइल पर रोक लगाई हर किसी को लगना चाहिए कि देश मेरा है सरकार मेरी है सभी लोगों को जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैंने तीन साल में अनुभव किया कि ऐसा कोई काम नहीं हुआ कि मैंने कुछ कहा हो और वह पूरा ना हुआ हो, हर काम को उसके नतीजे के साथ करें।


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