मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर/ ईशिका भाटिया की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 11 मई: मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी एमआरआईयू के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एफएमएस व नेशनल एचआरडी नैटवर्क एमएचआरडीएन के सहयोग से ताज विवांता होटल में एचआर समिट-2017 का आयोजन किया गया। शिक्षण संस्थान के स्टूडेंट्स तैयार करने व इंडस्ट्री की मांग के बीच के गैप को जल्द भरना बहुत जरूरी है। इस सोच व इस पर मंथन करने के लिए एचआर समिट में रोजगार आयाम, चुनौतियां व समस्याएं व इंडस्ट्री की मांग के अनुसार रोजगार बढ़ाने के तरीके आदि कुछ ऐसे विषय रहे, जिन पर पैनल ने डिस्कशन किया। समिट का उद्देश्य स्टूडेंट्स के बीच इंडस्ट्री के प्रति जागरुकता को बढ़ाना व शिक्षा-उद्योग की भागीदारी के साथ रोजगार को बढ़ाने व इसमें आ रहे चुनौतियों के बारे में चर्चा करना था।
इस अवसर पर आईआईएम एल के पूर्व डॉयरेक्टर व लीड सेंटर के सीईओ पद्मश्री डॉ० प्रीतम सिंह ने इस एचआर समिट की सोच को जन्म दिया और इन्हीं की सोच व मार्गदर्शन में इस समिट का आयोजन किया गया। वहीं मानव रचना शैक्षणिक संस्थान एमआरईआई के प्रेसिडेंट डॉ० प्रशांत भल्ला इस समिट के पैटर्न रहे। समिट के उद्वघाटन सत्र के मौके पर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के चीफ मैंटर एसवाय सिद्दकी बतौर मुख्य वक्ता व एनएचआरडीएन के डॉयरेक्टर जनरल धनंजय सिंह, फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज के डॉयरेक्टर प्रो० डॉ० विजय अग्रवाल क्नवीनर के रूप में उपस्थित रहे। इस मौके पर डीएलएफ इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रेसिडेंट जेपी मल्होत्रा ने भी इस मुद्दे पर अपने विचार व्यक्त किए।
इस मौके पर अपने स्वागत संबोधन में मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी एमआरआईयू के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वाधवा ने कहा कि आज हम यहां पर रोजगार के आयाम व चुनौतियों के बारे में बात करने के लिए इक हुए हैं। शिक्षण संस्थानों को यह समझना जरूरी है कि स्टूडेंट्स को बाजार की मांग के अनुसार तैयार किया जाए। स्किल सेंट्रिक एजुकेशन के तहत जैसे की माननीय प्रधानमंत्री चाहते हैं स्टूडेंट्स को जॉब रैडी करना बहुत जरूरी है।
वहीं इस मौके पर धनंजय सिंह ने शिक्षा-उद्योग भागीदारी पर प्रकाश डाला और कहा कि आज के समय में इंडस्ट्री और शिक्षा के बीच में गैप कम करना बहुत जरूरी है। तभी रोजगार के नए रास्ते तलाश किए जा सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एनएचआरडीएन इस दिशा में हर संभव प्रयास करेगा और यह पहला सकारात्मक कदम है जोकि उठाया गया है।
इस मौके पर मानव रचना यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर व एमआरईआई के एमडी डॉ० संजय श्रीवास्तव ने कहा कि समिट का आयोजन शिक्षा व इंडस्ट्री के बीच के सवालों के जवाब के लिए आयोजित किया गया है। मानव रचना शैक्षणिक संस्थान केवल क्लासरूम शिक्षा पर फोकस नहीं करता है, बल्कि उद्योग-शिक्षा के बीच में बेहतर तालमेल बनाकर स्टूडेंट्स को जॉब रैडी बनाता है।
वहीं एस.वायसिद्दकी ने इस मौके पर कैरेक्टक बिल्डिग एंड कैपीसिटी पर फोकस किया। उनका मानना है कि कारपोरेट जगत के लिए स्टूडेंट्स को इन 2 पहलुओं के साथ तैयार किया जाना बहुत जरूरी है।
इस मौके पर जे.पी.मल्होत्रा ने मानव रचना के फाउंडर चेयरमैन डॉ० ओपी भल्ला की सोच के बारे में बताते हुए कहा कि जिस सोच के साथ वह चले थे उसी सोच को उनके बेटे आगे लेकर जा रहे हैं।
इस अवसर पर अलग-अलग पैनल में नि़श्चय सूरी, ममता वैगुन्ता, राशि कौशिक, प्रो० डॉ० छवि भारगव शर्मा, आर आनंद, जी.पी राव, अमित मलिक, सुब्रत कुमार व श्रीकांत बालाचंद्रन आदि शामिल रहे।