विपुल गोयल के समर्थकों ने चोरों की तरह रात में बुलडोजर चलवाकर तुड़वा दी पार्क की चारदीवारी !
मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा की स्वयं की शादी भी हुई थी इस पार्क में
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 23 मई: नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) की भी परवाह ना करते हुए पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री विपुल गोयल के समर्थकों द्वारा जिस प्रकार से रात के अंधेरे में चोरों की तरह सैक्टर-15 की मार्किट के सामने ग्रीन बेल्ट पर बने पार्क की चारदीवारी को बुलडोजर की सहायता से तुड़वा दिया गया, उसने प्रशासनिक कार्यप्रणाली पर प्रश्रचिन्ह लगा दिया है। स्थानीय लोगों ने इस मामले की लिखित शिकायत जहां जिला उपायुक्त तथा पुलिस को की है वहीं सैक्टर-15 मार्किट एसोसिएशन के प्रधान मनोहर पुनियानी ने पार्क की चारदीवारी के तोड़े जाने की घटना को गलत बताते हुए इस घटना के पीछे स्थानीय पार्षद एवं उप-महापौर मनमोहन गर्ग, धनेन्द्र जैन तथा मार्किट के ही हरपाल सिंह एंड कंपनी का हाथ बताया है।
ध्यान रहे कि एक तरफ तो प्रदेश के पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री विपुल गोयल शहर में पर्यावरण की रक्षा के लिए पेड़-पौधे लगवाकर गिनीज बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ उनके कारिंदे उनके नाम पर हरे-भरे विकसित पार्क को उजाड़कर वहां पार्किंग बनवाने की नीयत से रात के अंधेरे में चोरों की तरह पार्क की चारदीवारी को तुड़वा रहे हैं।
काबिलेगौर रहे कि मदर डेयरी के साथ वाला यह वहीं पार्क हैं जहां एक समय मौजूदा बडख़ल क्षेत्र की विधायिका एवं मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा की स्वयं की शादी हुई थी। आज उसी पार्क को उजाड़कर शहर के कुछ भूमाफिया वहां गैर-कानूनी तरीके से पार्किंग बनाने चाहते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि वो किसी भी सूरत में पार्क का उजडऩे नहीं देंगे चाहे इसके लिए कोई भी कदम क्यों ना उठाना पड़े। सैक्टर-15 के इस पार्क के साथ लगती कोठियों में रहने वाले लोगों का कहना है कि हुडा जब भी कोई सैक्टर काटता है तो वो नक्शे के अनुरूप की पार्क के साथ लगते प्लाटों के रेट निधार्रित करता है और उन्होंने वो कीमत अदा भी कर रखी है। रही बात पार्क को उजाड़कर वहां पार्किंग बनाने की तो वो ये किसी कीमत पर नहीं होने देंगे। इन लोगों का कहना था कि एक तरफ तो सरकार पर्यावरण की रक्षा के लिए प्रदेश को हरा-भरा करने के लिए पेड़-पौधे लगवाने में जोर दे रही हैं वहीं चंद स्वार्थी लोग अपना आर्थिक साधने के लिए हरे-भरे पार्क को ही उजाडऩे में लगे हैं।
इस मामले में जब स्थानीय पार्षद एवं उप-महापौर मनमोहन गर्ग से बात की गई तो उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को बे-बुनियाद बताते हुए कहा कि इस मामले को लेकर कुछ लोगों उनके पास आए थे। उनसे उन्होंने यही कहा था कि जहां से दीवार तोड़ी गई है वो वहीं पर बननी चाहिए। बकौल मनमोहन गर्ग इस पार्क की चारदीवारी तुड़वाने के लिए उन्होंने मार्किट के सामने वाले चिकनेट आदि दुकानदारों का हाथ बताया जोकि वहां अपने ग्राहकों के लिए पार्किंग बनाना वाहते है ताकि ग्राहक पार्किंग में गाड़ी के अंदर बैठकर आराम से शराब पी सकें और उनकी दुकानदारी चलती रहे। वहीं आरोपी हरपाल सिंह ने इस मामले में अपनी अनभिज्ञता जाहिर की।
जो भी हो, जिस तरह से रात के अंधेरे में पार्क की चारदीवारी को बुलडोजर की सहायता से तोडऩे का काम किया गया है उसे देखते हुए लगता है कि इस काम के पीछे किसी ना किसी प्रभावशाली व्यक्ति का हाथ है।