मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 8 दिसम्बर: केंद्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद कृष्णपाल गुर्जर ने तिगांव विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी विधायक ललित नागर पर 5 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा ठोका है। कृष्णपाल गुर्जर की ओर से यह केस आज शहर के जाने-माने युवा एडवोकेट दीपक गेरा तथा विश्वास चपराना ने चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट एवं सिविल जज तरुण सिंघल की अदालत में डाला है। अब अदालत में इस मामले की सुनवाई 10 जनवरी, 2018 को होगी।
एडवोकेट दीपक गेरा ने बताया कि इस केस के लिए अदालत में चार लाख 40 हजार रूपये की कोर्ट फीस भी जमा करा दी गई है।
गौरतलब रहे कि विधायक ललित नागर ने चलो गांव की ओर के अपने एक कार्यक्रम में 22 अक्टूबर को गांव भूपानी की एक चौपाल पर मंच से भाजपा सरकार पर जमकर प्रहार करते हुए फरीदाबाद में बढ़़ रही हत्याओं और आपराधिक घटनाओं का आरोप सीधे-सीधे केंद्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद कृष्णपाल गुर्जर के मामा पर लगाते हुए कहा था कि यह सब कुछ कृष्णपाल गुर्जर की शह पर ही हो रहा है। जिसके कारण शहर में अपराध बढ़ते जा रहे हैं।
विधायक ललित नागर ने मंच से अपने सम्बोधन में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर को घेरते हुए कहा था कि पत्रकार पिटाई मामले में जब बीजेपी के एक नेता अपनी ही पार्टी पर बिना नाम लिए आरोप लगाते है कि आपराधिक घटनाओं के पीछे कौन सा मामा है। इस पर उन्होंने सम्बोधन में साफ किया कि वह तो पहले से ही कहते आ रहे है कि वो मामा कोई और नहीं बल्कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर का मामा है, जिसने सरकारी महकमों में जहां भ्रष्टाचार फैलाया हुआ है। वहीं जिले में हत्या, लूट और अन्य आपराधिक घटनाओ को बढ़ावा देने वाला व्यक्ति कृष्णपाल गुर्जर का मामा ही है। यहीं नहीं, विधायक ने यह भी कहा था कि मामा को कृष्णपाल गुर्जर की पूरी शह मिली हुई है जिसके कारण आज बीजेपी सरकार में फरीदाबाद में आपराधिक घटनाएं बेहद बढ़ चुकी है।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए भी विधायक ललित नागर ने कहा था कि आज भाजपा की खट्टर सरकार में हर वर्ग के लोग दुखी है। उन्होंने कहा था कि आज फरीदाबाद क्राइम सिटी बन चुकी है। ऐसा कोई दिन नहीं होता कि फरीदाबाद में गोली ना चली हो, लूट ना हुई हो और आज फरीदाबाद क्राइम में डूब चूका है। इसी कड़ी में दीपावली की रात को एक पत्रकार पर भी कुछ लोगों ने हमला कर उसकी जान लेने की कोशिश की थी, वहीं उसी रात पुलिस और डाक्टर को भी पीटा गया था। विधायक ललित नागर ने इन सभी वारदातों के पीछे केंद्रीय राज्यमंत्री के मामा का हाथ बताते हुए गंभीर आरोप लगाया और कहा था कि मंत्री के मामा को गनमैन तक दे रखे है जबकि उसका किसी पद से कोई लेना देना नहीं।