मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 4 जनवरी: राष्ट्रीय राजमार्ग से लघु सचिवालय की तरफ जाने वाले रोड़ पर एक तरफ खुले अवैध ढाबे जहां सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ हो रहे इनके एकदम सामने हो रहे अवैध निर्माण ने प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है। कनात लगाकर उसकी आड़ में किया जा रहा यह अवैध निर्माण को कांग्रेस से भाजपा में आए एक नेता का बताया जा रहा है जोकि हाल ही में हुए निगम चुनावों में वार्ड न.-33 से लड़कर पराजित हुआ था।
कहने को तो डीएलएफ के सेक्टर 10 व 11 रिहायशी सेक्टर हैं, मगर पिछले कुछ समय से यहां सेक्टर 9-10, 10-11 और 10-12 विभाज्य मार्ग पर अवैध निर्माण जोरों पर चल रहे हैं। हम जिस उपरोक्त अवैध निर्माण की बात कर रहे हैं वो पिछली सरकारी छुट्टियों में ही बनकर तैयार हुआ है। यह राजमार्ग से लघु सचिवालय की तरफ मुड़ते ही दाएं हाथ की शुरुआत में है। देखा जाए तो इसके बनने के बाद राष्ट्रीय राजमार्ग से लघु सचिवालय की तरफ आवागमन की सड़क एकदम संकरी हो जाएगी, क्योंकि इस अवैध निर्माण के सामने पहले से ही बिना सरकारी अनुमति के ढाबे व रेस्टोरेंट खुले हुए हैं। इनके सामने सड़क पर पूरे दिन गाडिय़ां खड़ी रहती हैं।
100 फुट चौड़ी सड़क रह जाएगी मात्र 30 फुट की:-
सेक्टर 11-12 विभाज्य मार्ग पर बन रहे इस अवैध निर्माण के बाद 100 फुट चौड़ी सड़क 30 फुट की रह जाएगी। इसका कारण है दोनों तरफ रेस्टोरेंट में आने वाले लोगों की गाडिय़ां का सड़क पर खड़े होना। यहां अलग से पार्किंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है। जानकारी के मुताबिक इस क्षेत्र में वाणिज्यिक गतिविधियों के खिलाफ हाईकोर्ट में भी एक मामला सेक्टर-10जे ब्लॉक की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन ने दायर किया हुआ है, बावजूद इसके नगर निगम, जिला प्रशासन और नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग इस तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है, जबकि इस मार्ग से जिले के तमाम प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी प्रतिदिन सुबह और शाम को निकलते हैं।
महंगे शॉपिंग मॉल हो रहे बंद:-
अवैध रूप से खुल रहे रेस्टोरेंट व ढाबों के कारण यहां सेक्टर के पुराने शॉपिंग मॉल भी बंद हो रहे है, इसका कारण है कि इन ढाबा संचालकों को सरकार को टैक्स आदि के रूप में कुछ नहीं देना होता, जबकि शॉपिग मॉल में पहले टैक्स बाद में खरीदारी जैसी व्यवस्था रहती है।
सेक्टर-10 व 12 विभाज्य मार्ग पर पिछली छुट्टियों में वाणिज्यिक कार्यो के लिए इस कनात के पीछे तैयार हो गया भवन