नवीन गुप्ता
पलवल, 25 दिसंबर: एडवांस्ड इंस्टीटयूट ऑफ एजूकेशन औरंगाबाद में तीन दिवसीय स्कॉउट एवं गाइड शिविर का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस तीन-दिवसीय शिविर में बीएड एवं डीएड के छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया जिसके अन्तर्गत प्रशिक्षकों के द्वारा विभिन्न क्रियाकलापों का आयोजन किया। मोगली की कहानी को मंचीय नाटक द्वारा प्रस्तुत कर छात्र-छात्राओं में सहयोग एवं समन्वय की भावना को विकसित करने का प्रयास किया गया। शिविर की शुरूआत संस्थान के चेयरमैन विनय गुप्ता, प्राचार्या डा० श्रीमती लक्ष्मी शर्मा, डा० पीएस विश्रोई (प्राचार्य एआईटीएम), स्कॉउट एवं गाइड कैम्प के लीडर भीमसेन, मनीराम, कौशल, मुकेश डागर, भारत दहिया द्वारा स्कॉउट एवं गाइड ध्वजारोहण व स्कॉउट गीत के साथ की गई।
शिविर में सैंट जॉन संगठन से आये हुए रतन सिंह ने छात्र-छात्राओं को प्राथमिक उपचार सम्बन्धी तथ्यों से अवगत कराते हुए बताया कि किस तरह दुर्घटना में किसी व्यक्ति की सहायता करनी है, इसके लिये विभिन्न प्रकार के उपचार सम्बन्धी ज्ञान दिया गया आपदा के समय में स्कॉउट एवं गाइड की भूमिका की जानकारी दी एवं एक स्काउट अथवा गाइड के कार्यो सम्बन्धी ज्ञान प्रदान किया। इसके अतिरिक्त शिविर में गांठे लगाना, आपातकालीन स्थिति में टेंट लगाना, संसाधनों के अभाव में भोजन का निर्माण करना, संकेत चिन्हों की पहचान, सही संदेश पहुचाने की कला एवं समाज व राष्ट्र के प्रति समर्पण की भावना के विकास से सम्बन्धित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के अंतिम दिन कैम्प फॉयर में छात्र-छात्राओं ने लोक संस्कृति से युक्त सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं शिविर के दौरान सीखी गई गतिविधियों को प्रदर्शित किया। अन्त में संस्थान की प्राचार्या डा०लक्ष्मी शर्मा ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए शिविर में प्राप्त ज्ञान को भावी जीवन में प्रयोग करने की कामना करते हुए स्काउट एवं गाइड के समस्त प्रशिक्षकों का धन्यवाद व्यक्त किया और भविष्य में संस्थान से जुड़े रहने की आशा व्यक्त की।