कांग्रेस में फर्जी पदाधिकारियों का बोलबाला, गुटबंदी चरम सीमा पर
प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर खेमा भी बंटा कई गुटों में
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 7 अप्रैल: किस दिन किसी फकीर ने एक बात कही थी अब जाके दिल ने माना… माना… वो बात सही थी,
जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों।
मैं नहीं कहता.. ।।
मैं नहीं कहता किताबों में लिखा हैं यारों।
जिसका कोई नहीं उसका तो खुदा है यारों।।
जी हां, बालीवुड के फिल्मी सितारे अमिताभ बच्चन द्वारा एक फकीर की बातों को लेकर सुनाई गई उक्त पंक्तियां फरीदाबाद जिला कांग्रेस पर एकदम सटीक बैठती हैं। कारण है कांग्रेस में जिला स्तर पर कांग्रेसियों का कोई मां-बाप का ना होना यानि कांग्रेस पार्टी को कोई जिला अध्यक्ष नहीं होना। यहीं कारण है कि फरीदाबाद के कांग्रेसियों ने बिना माई-बाप के यानि अपना जिला अध्यक्ष ना होने के चलते हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर को ही अपना खुदा बना रखा है। मतलब जिसका कोई जिला अध्यक्ष नहीं उसका तो तंवर ही खुदा है यारों। ध्यान रहे कि पिछले कई वर्षों से कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष की सीट पर कोई आसीन नहीं है जो सीट कि बी.आर.ओझा के हटाए जाने के बाद से खाली पड़ी है।
कांग्रेसियों का कोई जिला अध्यक्ष ना होने के चलते जिले के कांग्रेसियों में जहां आजकल खुलकर फूट देखी जा रही हैं, वहीं फरीदाबाद जिले में फर्जी पदाधिकारियों की भी बाढ़ आई हुई है। आलम यह है कि जिले के कुछ कांग्रेसी नेता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता आदि जैसे महत्वपूर्ण पदों के स्वयंभू पदाधिकारी बनकर बयान दागने में लगे हुए हैं जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं हैं। हालांकि जिले के पदाधिकारियों व अन्य को यह सब पता है और वो दबी जुबान में इन बातों को कह भी रहे हैं लेकिन खुलकर बोलने को कोई भी तैयार नहीं हैं। ऐसे तथाकथित नेता के रवैये के चलते तंवर खेमे के कांग्रेसियों में भी ऐसे लोगों के प्रति नाराजगी बनी हुई है। इनका मानना है कि मीडिया के माध्यम से सुर्खियां बटोरकर ऐसे तथाकथित नेता पुलिस प्रशासन पर अपनी पैठ बनाना चाहते हैं। इसका कारण ऐसे फर्जी पदाधिकारियों का हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर के मुंह लगे होना बताया जा रहा है। इस बात की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर को है या नही, ये तो वे ही जाने। लेकिन जिस तरह से जिले में ऐसे फर्जी पदाधिकारी आम जनता को गुमराह कर प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर के सामने अपने नंबर बनाने में लगे हैं उससे कहीं ना कहीं कांग्रेस पार्टी की छवि धूमिल हो रही है। वो बात अलग है कि आज की तारीख में तंवर ने ऐसे लोगों को अपनी टीम में कोई जगह नहीं दी हुई है। फिर भी तंवर के फरीदाबाद आगमन पर ऐसे लोग उनके इर्द-गिर्द ही देखे जाते हैं।
जिला कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर:
हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेता जहां कई गुटों में बंटे हुए हैं, वहीं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर खेमे में भी कई गुट बने हुए हैं। फरीदाबाद जिला भी इससे अछूता नहीं हैं, यहां भी इसकी झलक देखी जा सकती है। ताजातरीन मामला हाल ही में यहां एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन अनिल जिंदल और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के बाद देखने को मिला। इनकी गिरफ्तारी को लेकर जिस प्रकार से प्रदेश कांग्रेस के कथित प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी तथा प्रदेश कांग्रेस के सचिव सुमित गौड़ ने एक ही दिन में अलग-अलग प्रेस वार्ता कर इन गिरफ्तारियों का श्रेय प्रदेश अध्यक्ष डॉ.अशोक तंवर को देकर अखबारों के माध्यम से वाह-वाही लूटी, उसे देखते हुए साफ है कि तंवर खेमे के नेता भी अलग-अलग खेमेे में बंटे हुए हैं।
विकास चौधरी द्वारा प्रेस कांफ्रेंस कर उनके द्वारा जारी किए गए प्रेस नोट में जहां उनके साथ बैठा कोई कांग्रेस नेता नजर नहीं आया वहीं प्रदेश सचिव सुमित गौड़ द्वारा की गई प्रैस वार्ता की प्रेस रिलीज में हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव पं. राजेंद्र शर्मा, समाजसेवी व उद्योगपति सरदार कुलबीर सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेंद्र शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ० एस.एल. शर्मा, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष रिंकू चंदीला, महिला नेत्री रेनू चौहान व कांग्रेसी नेता सेवाराम वर्मा नजर आ रहे थे। काबिलेगौर रहे कि विकास चौधरी तथा सुमित गौड़ दोनों ही फरीदाबाद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट के प्रबल दावेदार हैं और दोनों ही अशोक तंवर खेमे से हैं।
यहां यह बात भी ध्यान रहे कि ये दोनों नेता 3 अप्रैल को हुई अशोक तंवर की उस प्रैस कांफ्रेस में मंचासीन थे जिस मंच से श्री तंवर ने कहा था कि एसआरएस और आरएसएस एक ही सिक्के के दो पहलु हैं तथा एसआरएस के मालिकों को आरएसएस और भाजपा सरकार में बैठे बड़े नेताओं का संरक्षण प्राप्त है जिन्होंने लोगों के हजारों करोड़ रूपये हड़प कर रखे हैं। इस कांफ्रेंस के बाद अगले दिन जैसे ही पुलिस ने एसआरएस के चेयरमैन अनिल जिंदल व उनके गुर्गों को गिरफ्तार किया वैसे ही उससे अगले दिन उक्त दोनों कांग्रेसी नेताओं ने इस गिरफ्तारी का श्रेय अशोक तंवर को दिलवाने के लिए प्रेस नोट जारी की अशोक तंवर के सामने अपने-अपने नंबर बनाने की कोशिश की।
जो भी हो, जिस तरह से जिला कांग्रेस में उपरोक्त सबकुछ चल रहा है उसे देखते हुए लगता नहीं है कि कांग्रेस का भविष्य कुछ ठीक रहेगा।
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