मैट्रो प्लस से नेहा खन्ना कि रिपोर्ट
फरीदाबाद , 11 मई: स्वास्थय विभाग हरियाणा के आदेशानुसार राजकीय आदर्श वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, सराय ख्वाजा की जूनियर रैडस तथा सैंट जान एंबुलैंस बिग्रेड ने प्राचार्या नीलम कौशिक की अध्यक्षता में एच.आई.वी एडस और डी एडिकशन विषय पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता एवम जागरुकता रैली को जन स्वास्थय विभाग के सहयोग से किया। विद्यालय के अंग्रेजी प्रवक्ता रविन्द्र कुमार मनचन्दा ने प्रोग्राम का संचालन करते हुए बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि यद्यपि जागरुकता अभियानो के माध्यम से एच.आई.वी.एडस से नए समित मामलों में काफी कमी दर्ज की गई है। फिर भी स्कूलों व कालेज में निरन्तर जागरुकता अभियानो को चलाए रखने की नितान्त आवश्यकता है। ताकि युवा वर्ग इस खतरनाक विषाणु से स्ंवय को मुक्त रख सके।
एच.आई.वी. एडस क्या है तथा यह कैसे फैलता है, बच्चों को विस्तार से बताया गया। मनचन्दा ने कहा कि गत वर्षों में एच.आई.वी. से जो नए लोग सिमित हुए, उनमें से अधिकतम पन्द्रह वर्ष से कम आयु के युवा है, इसी प्रकार से जो लोग लगातार नशा करते है वे तो विभिन्न तरह की बीमारियों और अन्त: मौत के मुख में समाते जा रहे है। प्राचार्या नीलम कौशिक, सैंट जान एंबुलैंस बिग्रेड अधिकारी रविन्द्र कुमार मनचन्दा व स्टाफ ने एच.आई.वी एडस और ड्रग्स डी एडिकशन विषय पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में बच्चों द्वारा एडस विषय पर बनाए गए स्लोगनस की सराहना की। स्वयं सेवकों ने ‘कीप योर प्रोमिस- स्टे अवे फ्राम एडस, ‘एडस ज्ञान, बचाए जान, ‘सही व पूरी जानकारी, दूर रखे एडस की बीमारी’, ‘छूने से प्यार नही एडस फैलता है, ‘जानकारी ही बचाव है’ इत्यादी सुन्दर-सुन्दर स्लोग्नस के माध्यम से एच.आई.वी एडस से बचाव का सन्देश दिया। स्लोगन लेखन प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान पर रहे बच्चों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरस्कार दिया जाएगा।
रविन्द्र मनचन्दा, दलबीर राठी और अजय कुमार ने सराय ख्वाजा की मार्कीट व गलियों में रैली का मार्गदर्शन किया। प्राचार्या नीलम कौशिक ने रेणु शर्मा, संजय शर्मा, संदीप गुप्ता, विनय कुमार, अजय कुमार, स्टाफ सचिव विनोद अग्रवाल और जूनियर रैड तथा सैंट जान एंबुलैंस बिग्रेड प्रभारी रविन्द्र मनचन्दा व बिजेन्द्र सिंह का एच.आई.वी जैसे महत्वपूर्ण विषय पर जागरुकता अभियान के लिए सभी को जोडनें के बारे में भी बच्चों को जागरुक किया तथा अपने माता-पिता, परिवारिक जनों और मित्रों व गली, मौहल्लों, गांव, शहर व कालोनी में पडोसियों को भी बताने के लिए कहा।