नवीन गुप्ता
चंडीगढ़, 7 जनवरी: सूरजकुंड में पहली से 15 फरवरी तक आयोजित किये जाने वाले आगामी सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला के दौरान हैण्डलूम और हस्तशिल्प की वस्तुओं का प्रदर्शन करने वाले योग्य, हकदार तथा असाधारण शिल्पकारों के चयन हेतु आवेदकों की जांच के लिये एक जांच समिति गठित की है, जिसमें विशेषज्ञों का एक पैनल शामिल है। इस मेले में भाग लेने के सभी इच्छुक शिल्पकारों से आवेदन आमन्त्रित किये हैं। आवेदन प्राप्त करने की अन्तिम तिथि 9 जनवरी 2015 है।
हरियाणा पर्यटन निगम की प्रबन्ध निदेशक श्रीमती सुमिता मिश्रा ने बताया कि सूरजकुण्ड अन्तर्राष्ट्रीय क्राफ्ट मेला देश की कला और शिल्प धरोहर का संरक्षक है और इसकी गुणवत्ता को और अधिक बढ़ाने के दृष्टिगत हरियाणा पर्यटन विभाग ने इस मेले में श्रेष्ठ शिल्पकारों को लेने के लिये एक सरल पद्धति शुरू की है। उन्होंने कहा कि सभी आवेदकों को निष्पक्ष अवसर प्रदान करने के लिये सूरजकुण्ड मेला प्राधिकरण और हरियाणा पर्यटन ने आवेदकों की जांच हेतु एक विशेषज्ञ पैनल की एक जांच समिति गठित की है ताकि वास्तविक, योग्य तथा असाधारण शिल्पकारों का चयन हो और उन्हें अपने हैण्डलूम और हस्तशिल्प वस्तुओं का प्रदर्शन करने का अवसर मिल सके।
श्रीमती मिश्रा ने कहा कि यह मेला भारत के हैंडलूम, हस्तशिल्प और सांस्कृतिक धरोहर की समृद्धता और विविधता के प्रदर्शन का मेला है। इस मेले के आयोजन का उद्देश्य विदेशी और घरेलू पर्यटकों के लिये प्राचीन ग्रामीण माहौल पुन:सृजित करना है। इसके अलावा शिल्पकारों का सीधे खरीददारों से परिचय करवाना है। इसके अलावा प्रतिष्ठित मेले का हिस्सा बनने के इच्छुक कुशल कारीगर अपने आवेदन पत्र भेज दें।