मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 8 जून: वर्तमान में जबकि स्किल संबंधी कमी हमारे सिस्टम के लिए एक बड़ी समस्या बन रही है, ऐसे में युवा वर्ग को इस संबंध में उचित प्रशिक्षण प्रदान करना और नए परिवेश के अनुरूप प्रभावी जानकारी देना आवश्यक है। इस संबंध में टैक्नोलोजी व पर्सनैल्टी डेवलपमेंट सैंटर काफी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकते हैं।
वाईएमसीए यूनिवर्सिटी ऑफ साईंस एंड टैक्नोलॉजी के उप-कुलपति डॉ० दिनेश कुमार ने यहां आयोजित स्किलिंग सैंटर के उद्वघाटन अवसर पर उक्त विचार व्यक्त करते कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि युवा वर्ग में स्किल डवलपमैंट से संबंधित जागरूकता व जानकारी लाई जाए ताकि मेक इन इंडिया प्रोजैक्ट को और अधिक सफल बनाया जा सके।
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जे.पी. मल्होत्रा व इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स के चेयरमैन सुभाष चंद्र के साथ सैंटर का उद्वघाटन करते हुए डॉ० दिनेश कुमार ने विश्वास व्यक्त किया कि टैप-डीसी निश्चित रूप से स्किल डेवलपमैंट की ओर नए आयाम स्थापित करने हेतु सफल सिद्ध होगा। सुश्री चारू स्मिता मल्होत्रा जोकि 15 वर्ष के अनुभव के साथ आईबीएम ट्रांसिशएन टे्रनी है, के साथ यह सैंटर युवा वर्ग के लिए काफी बेहतर सिद्ध होने का विश्वास भी डॉ० कुमार ने व्यक्त किया।
कार्यक्रम में आगन्तुकों का स्वागत करते हुए टैप-डीसी की सीईओ सुश्री चारू स्मिता ने कहा कि टैप-डीसी का ध्येय युवा वर्ग को नए परिवेश के अनुरूप प्रशिक्षित करना और उन्हें स्थाई रोजगार के लिए तैयार करना है। उन्होंने कहा कि एमएसएमई सैक्टर के श्रमिकों को प्रशिक्षण तथा स्कूलों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों व संस्थानों में युवा वर्ग के लिए स्किल डेवलपमैंट पर फोकस केंद्रित किया गया है।
भारतीय वाल्वस प्रा० लि० के सीईओ जे.पी. मल्होत्रा ने टैप-डीसी के आईडिया और प्रयासों की सराहना करते कहा कि यह निश्चित रूप से भारत के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत युवा वर्ग को प्रशिक्षण देने की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास सिद्ध होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि टैप-डीसी को टे्रनिंग के लिए शुल्क ईकाईयों से काफी रियायती दरों से लेनी चाहिए और ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिए कि स्किल डवलपमैंट का यह अभियान और आगे बढ़ सके। श्री मल्होत्रा ने पूर्ण सफलता के लिए ईकाईयों के साथ डाक्यूमैंट ऑफ अंडरस्टैंडिंग का सुझाव भी दिया।
इस उद्वघाटन अवसर पर सर्वश्री एच.एस. मलिक, सुभाष चंद्र, वीरभान सिंह, जे.एस. मलिक, टी.सी. धवन, संदीप गुप्ता, विजय राघवन, एस.के. बत्तरा, भूपिन्द्र सिंह, पवन मल्होत्रा, के.के.नांगिया, मनप्रीत सिंह, गौतम मल्होत्रा, सुश्री किम अंडरहिल, प्रियंका बहल, ए.के. गौड, संदीप हांडा, ए.के. सिंघल, समीर कुमार, जी.के. मनोचा, शैलेन्द्र, सुनील गुप्ता, नरेंद्र शर्मा, प्रदीप डिमरी, एल.एस. चौहान, कुलदीप बिष्ट, ब्रह्मकुमारी पूनम सहित बड़ी संख्या में लोगों व विभिन्न संस्थानों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।