मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 17 अगस्त: भारत रत्न से सम्मानित देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एक अलग ही व्यक्तित्व थे और विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। ये कहना है अटल जी को दिल से चाहने वाले चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) फरीदाबाद के चेयरमैन एच.एस. मलिक का।
श्री मलिक का कहना है कि फरीदाबाद में उन्होंने भी उनका वो भाषण सुना था जिसमें उन्होंने कहा था कि देर से आया हूँ क्योंकि दूर से आया हूं। इससे मैं बहुत प्रभावित हुआ। उस समय उनके इस कथन पर सभा स्थल पर जमकर तालियां बजी थी। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ऐसे अनुपम राजनेता थे जिन्होंने स्वतंत्रता से पूर्व और पश्चात भी अपना जीवन देश और देशवासियों के उत्थान एवं कल्याण हेतु लगाया। उनके कार्यों से देश का मस्तक ऊंचा हुआ। अटल जी का राष्ट्र के प्रति समर्पण भाव शुरू से प्रबल था। इसी विचारधारा ने उन्हें 21 अक्टूबर, 1951 में डा० श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनसंघ से जोड़ा। वह 1957 में भारतीय जनसंघ के चार सांसदों में से एक थे। तब से लेकर देश का प्रधानमंत्री बनने तक अटल जी ने सामाजिक और राजनीतिक जीवन के असंख्य उतार-चढ़ाव देखे। अटल जी 1996 से 2004 के बीच तीन बार भारत के प्रधानमंत्री रहे। श्री मलिक ने बताया कि लखनऊ और ग्वालियर से प्रकाशित होने वाले स्वदेश नामक अखबार के संपादक रहे अटल बिहारी वाजपेयी ने पत्रकारिता के क्षेत्र में काफी उल्लेखनीय कार्य किए हैं।
सीडब्ल्यूसी के चेयरमैन एच.एस. मलिक ने अटल जी के निधन पर उन्हें अपने श्रद्वासुमन अर्पित किए हैं।