मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 17 अगस्त: जाट समाज फरीदाबाद के अध्यक्ष एवं सेवानिवृत आईएएस अधिकारी जे.पी.एस. सांगवान ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बारे में अपने संस्मरण सुनाते हुए बताया कि उन्हें कई बार अटल जी को नजदीक से देखने व मिलने का मौका मिला। उन्होंने बताया कि अटल जी को दूध-जलेबी खाने का बहुत शौक था। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ.साहिब सिंह वर्मा के भतीजे की शादी में उन्होंने इस चीज को स्वयं अपनी आंखों से देखा। वहां उन्होंने दूध-जलेबी के अलावा कुछ नहीं लिया था।
श्री सांगवान ने बताया कि एक प्रधानमंत्री के रूप में मैंने उन्हें सदा शांत चित, धैर्यवान और हंसता हुआ पाया। सभी सहयोगी दलों को साथ लेकर राजग की गठबंधन सरकार को सफलतापूर्वक पांच साल तक चलाना एक कठिन कार्य था, लेकिन वह सभी सहयोगी दलों के नेताओं को साथ लेकर चलते थे। सबके मत, समस्याएं और विचार संजीदगी से सुनते थे। लिहाजा उनसे मिलने वाला हर व्यक्ति संतुष्ट होकर ही लौटता था। उनके जीवन में कभी भी किसी मोड़ पर व्यक्तिगत विरोधाभास नहीं देखा।
उन्होंने बताया कि अटल जी ने देश के बड़े शहरों को सड़क मार्ग से जोडऩे के लिये 5,846 किलोमीटर की स्वर्णिम चतुभरुज योजना शुरू की। इसे उस समय की विश्व के सबसे लंबे राजमार्गों वाली परियोजना कहा गया। देश के गांवों को सड़कों से जोडऩे के लिये प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना अटल जी की कार्यकाल में शुरू की गई। इसकी बदौलत आज देश के लाखों गांव सड़कों से जुड़ पाए हैं। अटल जी ने सभी के लिए बुनियादी शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 2001 में सर्व शिक्षा अभियान शुरू किया।
वाजपेयी ने दिल्ली-लाहौर बस सेवा शुरू करके पाकिस्तान के साथ शांति और दोस्ती की भी वकालत की। भारत और पाकिस्तान के बीच दोस्ती और बेहतर संबंधों के लिये लाहौर घोषणापत्र जारी किया गया। वाजपेयी के नेतृत्व में पाकिस्तान से तीन महीने लंबा कारगिल युद्ध भी लड़ा गया जिसमें हुई जीत ने उनकी राजनीतिक छवि को मजबूत किया। उन्होंने अमेरिका के साथ भारत के घनिष्ठ संबंध बनाए। वाजपेयी और अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने ऐतिहासिक विजन दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए। राजनीति में दिग्गज राजनेता, विदेश नीति में संसार भर में मान्य कूटनीतिज्ञ, लोकप्रिय जननायक और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ वह एक अत्यंत सक्षम और संवेदनशील कविए लेखक और पत्रकार भी रहे।
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