मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 25 अगस्त: अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) की जमीन पर बना एक और प्राईवेट स्कूल बिक गया है। सैक्टर-21ए स्थित गोल्ड फील्ड पब्लिक स्कूल के मालिकों ने हुडा से 99 साल के पट्टे पर ली गई सरकारी जमीन पर बने स्कूल को दूसरी सोसायटी को बेचकर करोड़ों रूपयों का मुनाफा कमाया है।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच का कहना है कि इससे पहले भी कई स्कूलों को बेच दिया गया है। मंच ने मुख्यमंत्री जो हुडा विभाग के चेयरमैन भी है, से कहा है कि वे इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराए। मंच ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया है कि मंच की ओर से कई बार प्रशासक हुडा फरीदाबाद को इस संबंध में जानकारी दी जा चुकी है लेकिन उन्होंने इस पर कोई भी उचित कार्यवाही मूलधारक दोषी स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ नहीं की है।
मंच के जिलाध्यक्ष शिवकुमार जोशी एडवोकेट व सचिव डॉ० मनोज शर्मा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि हुडा विभाग ने 29 जून, 1994 को 7266.66 स्केयर मीटर सरकारी जमीन सैक्टर-21ए में गोल्ड फील्ड एजुकेशन सोसायटी को 99 साल के पट्टे पर प्राइमरी स्कूल खोलने के लिए दी थी। स्कूल मालिकों ने अभिभावकों से लिए गए पैसे से भव्य स्कूल बिल्डिंग बनाकर स्कूल चलाया और अब करोड़ों रुपए का मुनाफा कमाकर दूसरी सोसाइटी को यह स्कूल बेच दिया है, जबकि स्कूलों को दिए गए भूमि आवंटन पत्र में साफ-साफ लिखा है कि रियायती दर पर पट्टे पर दी गई जमीन पर बने स्कूलों को मूल धारक किसी को ना तो ट्रांसफर कर सकते हैं और ना ही बेच सकते हैं।
मंच का कहना है कि इसी प्रकार इससे पहले सेक्टर-14, सेक्टर-16ए, सेक्टर-3, सेक्टर-28, सेक्टर-16, सेक्टर-8 में हुडा की जमीन पर बने स्कूलों को भी बेच दिया गया है। मंच ने हुडा विभाग में आरटीआई लगाकर हुडा की जमीन पर बने सभी स्कूलों के मूलधारक व उनकी सोसाइटियों की प्रति मांगी है जिससे पता चल सके कि कितने स्कूल बिक गए हैं।
मंच ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से कहा है कि वे इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराकर दोषी पाये जाने पर ऐसे स्कूलों को पट्टे पर दी गई जमीन को वापस ले। मंच का कहना है कि अगर सरकार ने कोई उचित कार्रवाई नहीं की तो मंच हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगा।