फरीदाबाद बना देश का सबसे प्रदूषित शहर, पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल दें इस्तीफा: विकास चौधरी
पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री के रूप में पूर्ण रूप से फेल साबित हुए है फरीदाबाद के भाजपा विधायक
मैट्रो प्लस से महेश गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 29 अक्टूबर: फरीदाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर की सूची में आने के बाद कांग्रेस पार्टी ने हरियाणा के पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री विपुल गोयल पर बड़ा निशाना साधते हुए उन्हें शो-मैन (मदारी) की संज्ञा देते हुए सीधे-सीधे तौर पर उनसे इस्तीफे की मांग की है। हरियाणा कांग्रेस कमेटी के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी ने सैक्टर-9 स्थित कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में कहा कि बड़े दु:ख का विषय है कि हरियाणा सरकार में पर्यावरण एवं उद्योग मंत्री के औहदे पर विराजमान विपुल गोयल का गृहक्षेत्र फरीदाबाद ही है, लेकिन फरीदाबाद का प्रदूषण स्तर निरंतर बढ़ता जा रहा है। हालात ऐसे पैदा हो गए है कि स्वच्छता के मामले में देश में फरीदाबाद का नाम बदनाम होने के बाद अब प्रदूषण के क्षेत्र में भी फरीदाबाद नंबर वन बन गया है। होना तो यह चाहिए था कि फरीदाबाद को स्थानीय पर्यावरण मंत्री होने के नाते यहां के लोगों को प्रदूषण से मुक्ति के रूप में एक बड़ी सौगात मिलती, लेकिन मंत्री जी को सैर-सपाटे व इवेट मैनेजमेंट से ही फुर्सत नहीं है, जिसके चलते कोई भी ऐसा ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे यहां के लोगों को बढ़ते प्रदूषण से राहत मिल सके।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण ही नहीं उद्योगमंत्री के रूप में भी विपुल गोयल नाकारा ही साबित हुए है क्योंकि उनके कार्यकाल में फरीदाबाद में एक भी बड़ी कंपनी की मदर यूनिट स्थापित नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि जब मंत्री जी अपने कार्य को ही अंजाम नहीं दे रहे तो ऐसे में उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है वह फरीदाबाद की जनता से माफी मांगकर तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे। उन्होंने खुली चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही फरीदाबाद के प्रदूषण को ठीक नहीं किया गया तो कांग्रेस पार्टी चुप नहीं बैठेंगी चाहे उन्हें सड़कों पर उतरकर धरना-प्रदर्शन के रूप में कितना बड़ा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े।
पत्रकार सम्मेलन में कांग्रेस ओबीसी सैल हरियाणा के चेयरमैन राकेश भड़ाना, असंगठित कांग्रेस वर्ग के प्रदेश चेयरमैन ज्ञानचंद आहुजा, पूर्व जिला महासचिव नीरज गुप्ता, व्यापार सैल फरीदाबाद के अध्यक्ष रणजीत रावल, ओबीसी सैल फरीदाबाद के जिलाध्यक्ष नरेश वैष्णव, फरीदाबाद विधानसभा ओबीसी सैल अध्यक्ष सुनील यादव, सोनू अलावलपुर आदि अनेकों कांग्रेसी नेता भी उपस्थित थे।
प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी ने भाजपा पर हल्ला बोलते हुए इन्हें झूठ और जुमले की सरकार बताते हुए कहा कि 3 साल पूर्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मंत्री विपुल गोयल ने मोदी-अमित शाह की नजरों में अपने आपको श्रष्ेठ मंत्री दिखाने के लिए एक शो-मैन की तरह फरीदाबाद में एक घंटे मेें 2 लाख पौधे लगाने का नाटक कर लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करवाने का काम किया था, लेकिन तीन साल में बगैर रख-रखाव व देखभाल के उन 2 लाख पौधों में से मात्र 2 हजार पौधे भी जीवित नहीं बचे है। वहीं 2 साल पूर्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ही मंत्री जी द्वारा शहर के 40 वार्डो में स्वच्छता व प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए पार्षदों को 40 ट्रैक्टर देने के लिए फोटोसैशन कराया था, वह सभी 40 ट्रैक्टर मात्र 15 दिन में ही कंपनी यह कहकर वापिस ले गई कि इनकी पैमेंट नहीं हुई है इसलिए यह ट्रैक्टर मामला भी फोटोसैशन तक रह गया है। इसके एनसीआर क्षेत्र में बढ़ते प्रदूषण लेबल को कम करने को लेकर दिल्ली में पिछले वर्ष राष्ट्रीय स्तर की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया गया था, जिसमें हरियाणा की ओर से पर्यावरण और उद्योगमंत्री विपुल गोयल ने भाग लेकर प्रदूषण रोकने के क्षेत्र में बड़े कदम उठाने का वायदा किया था, लेकिन आज उस बैठक को भी एक वर्ष बीत गया है और प्रदूषण घटने की बजाए फरीदाबाद को प्रदूषण बढऩे में देश में नंबर वन तमगा मिल गया है। पर्यावरण व उद्योग मंत्री के रुप में विपुल गोयल की इस उपलब्धि को देखते हुए कांग्रेस पार्टी उनसे इस्तीफे की मांग कर रही है।
श्री चौधरी ने कहा कि फरीदाबाद में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गई है अगर जल्द ही इस पर काबू नहीं किया गया तो यहां पर महामारी फैल सकती है। इसका प्रमाण फरीदाबाद के किसी भी नर्सिंग होमों व बड़े अस्पतालों के साथ.साथ गली-मोहल्ले में खुले क्लिनिकों में बैठे डाक्टरों के यहां सांस, दमा, खुजली, एलर्जी व आंखों में जलन आदि अनेकों गंभीर समस्याओं के सैकड़ों मरीजों की संख्या प्रतिदिन प्रत्येक डाक्टरों पर देखी जा सकती है।
उन्होंने भाजपा पर बड़ा सवाल दागते हुए कहा कि स्वदेशी के नाम पर चाईनीज वस्तुओं का विरोध करने वाली भाजपा राज में फरीदाबाद में चाईना की बड़ी कंपनी ईकोग्रीन को सफाई का ठेका दिया जाता है और हैरानी की बात तो यह है कि एक ओर तो खेतों में पराली जलाने पर पूरे गांव की बिजली काटने के साथ-साथ किसानों पर मुकदमें दर्ज किए जाते है, वहीं दूसरी ओर ईको ग्रीन द्वारा बडे बड़े कूड़े को खुले में जलाने पर फरीदाबाद के मंत्री व विधायकों द्वारा ईकोग्रीन कंपनी को वाहवाही दी जाती है, जो जनता की समझ से परे है।
इसके अलावा फरीदाबाद से गुजर रही आगरा कैनाल में यहां के लोगों को मिल रहा जहरीला पानी भी एक बडी समस्या है, जिसे दूर कराने के लिए हरियाणा सरकार व स्थानीय पर्यावरण व उद्योगमंत्री ने कोई ठोस कार्यवाही आज तक नहीं की है जिससे कि यहां की जनता को इस जहरीले पानी से निजात मिल सके।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता अब पर्यावरण व उद्योग मंत्री तथा भाजपाईयों की नौटंकी को अच्छी प्रकार से समझ चुकी है और अब इनके बहकावे में आने वाली नहीं है क्योंकि लोगों को ज्यादा दिनों तक बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। जनता की समझ में आ गया है कि फरीदाबाद में विकास केवल और केवल कांग्रेस के शासन में ही हुआ है। भाजपाईयों ने फरीदाबाद को स्मार्ट सिटी का नाम तो दिया है, लेकिन फरीदाबाद आज देश की नरक सिटी बनकर रह गई है। सिक्स लेन, मेट्रो व बाईपास, यूनिवर्सिटी के अलावा जितनी भी बडी परियोजनाएं है वो सब कांग्रेस पार्टी की ही देन है।