मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 14 नवंबर: एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्मदिवस गरीब बच्चों में केक, फल, बिस्कुट, पैन कॉपी बांटकर मनाया। कार्यक्रम सैक्टर-12 सैंट्रल पार्क में किया गया। इस मौके पर प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने पंडित जवाहरलाल नेहरू के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका जन्म 14 नवंबर 1889 में उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद जिले में हुआ था। देशभर में जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन 14 नवंबर बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। नेहरू जी बच्चो से बेहद प्यार करते थे और यही कारण था कि उन्हें चाचा नेहरू बुलाया जाता था।
इस मौके पर कृष्ण अत्री ने बताया कि भारत की स्वतंत्रता में जवाहरलाल नेहरू का प्रमुख योगदान रहा है। नेहरू जी महात्मा गांधी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर अंग्रेजों के खिलाफ लड़े। चाहे असहयोग आंदोलन की बात हो या फिर नमक सत्याग्रह या फिर 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन की बात हो उन्होंने गांधी के हर आंदोलन में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। अत्री ने बताया कि नेहरू जी की विश्व के बारे में जानकारी से गांधी जी काफी प्रभावित थे। इसीलिए आजादी के बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद पर देखना चाहते थे। सन् 1920 में उन्होंने उत्तरप्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में पहले किसान मार्च का आयोजन किया था। 1923 में वह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव चुने गए। उन्होंने कहा कि नेहरू ने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उन्होंने योजना का गठन किया, विज्ञान के विकास को प्रोत्साहित किया। उनकी नीतियों के कारण देश में कृषि और उद्योग का एक नया युग शुरू हुआ। भारत की नीति के विकास में एक प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने एशिया और अफ्रीका में उप-निवेशवाद के रचनाएं के लिए एक गुट निरपेक्ष आंदोलन की रचना की। उन्होंने कहा कि नेहरू ने गरीब, मजदूर एवं कमजोर लोगों के लिए अथक प्रयास कर नए राष्ट्र का निर्माण किया है।
इस मौके पर जिला मीडिया कोऑर्डिनेटर अजित त्यागी, छात्र नेता विकास फागना, आरिफ खान, सदाम खान, सुमित तंवर, रोहित कबीरा, लक्ष्मण, सोनू सिंह, गोलू राजपूत, दीपक राजपूत, सोनू सैनी, अभिषेक मिश्रा, कृष्णा चौहान, शिवम आदि मौजूद थे।