मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 26 नवम्बर: आज की तारीख में यदि फरीदाबाद क्षेत्र के व्यापारी वर्ग की कोई दुखती रग है तो वो है ट्रैड लाईसैंस। नगर निगम फरीदाबाद द्वारा जिस प्रकार से अंडर सेक्शन 331 ऑफ द हरियाणा म्यूनिशिपल कॉरपोरेशन एक्ट-1994 के तहत ट्रैड लाईसैंस के नाम पर मोटी रकम टैक्स के रूप में वसूली जा रही है, उससे लोगों के दिलों में ट्रैड लाईसैंस के प्रति एक डर/हऊआ बैठ गया है। लोगों, खासकर व्यापारी वर्ग के दिलों में इस डर/हऊआ को निकालने के लिए शहर के सीनियर डिप्टी मेयर देवेन्द्र चौधरी ने जिस तरीके को अपनाया वास्तव में वा काबिलेतारीफ है।
सीनियर डिप्टी मेयर देवेन्द्र चौधरी व्यापारी वर्ग की दुखती रग पर हाथ रखते हुए ट्रैड लाईसैंस को मुद्दा बनाते हुए आज इसे नगर निगम फरीदाबाद की सदन की बैठक में रखकर इसे समाप्त कराने के लिए इसे सरकार के पास भेजने का प्रस्ताव सदन में बहुमत से पास करवा दिया। इसके बाद अब गेंद सरकार के पाले में चली गई है जहां फैसला लिया जाएगा कि शहर के व्यापारी वर्ग से ट्रैड लाईसैंस के नाम पर पिछले पांच साल की वसूली की जाए या नहीं। उम्मीद है कि सीनियर डिप्टी मेयर देवेन्द्र चौधरी अपने केन्द्रीय मंत्री पिताजी को बीच में डालकर जिनके मुख्यमंत्री से मधुर संबंध हैं, इस ट्रैड लाईसैंस को जड़मूल से ही खत्म कराकर व्यापारी वर्ग को बहुत बड़ी राहत देने का कार्य करेंगे।
हालांकि निगमायुक्त ने ट्रैड लाईसैंस द्वारा टैक्स वसूली के लिए निगम कर्मचारियों की सेलरी देने जैसे अपने कई तर्क देते हुए इसे लगाए जाने का पक्ष रखा लेकिन सीनियर डिप्टी मेयर देवेन्द्र चौधरी की पहल पर व्यापारी वर्ग के हितों के लिए इसका फैसला सरकार को करने देने के लिए इसे सदन में पास कर दिया गया।
अब यदि सरकार के स्तर पर ट्रैड लाईसैंस के नाम पर टैक्स वसूली का फैसला रद्द हो जाता है तो उसका श्रेय सीधे तौर पर सीनियर डिप्टी मेयर देवेन्द्र चौधरी को जाएगा और इसका फायदा उन्हें मिशन-2019 के चुनावों में निश्चित रूप से मिलेगा।