मैट्रो प्लस से देशपाल सौरोत/नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 28 दिसम्बर: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर आज कर्मचारियों ने फरीदाबाद में रैली निकाल जोरदार प्रदर्शन करते हुए जिला उपायुक्त के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन अधिकार हमारा व एनपीएस वापिस जाओ के जोरदार नारबाजी की। कर्मचारियों ने अपने नारों की बुलंद आवाज से जिला सचिवालय को गूंजा दिया। कर्मचारियों ने अपने हाथों में पैंशन बहाली लिखी पट्टियां ली हुई थी। पेंशन बहाली संघर्ष समिति के तत्वावधान में निकाली गई इस रैली का नेतृत्व बिजेंद्र धारीवाल कर रहे थे जबकि रैली का संयोजन पेंशन बहाली संघर्ष समिति की राज्य वरिष्ठ सचिव डॉ. प्रतिभा चौहान कर रही थीं। इस संघर्ष को मजबूती देने के लिए सभी सरकारी संगठन एक साथ नजर आए।
डॉ. प्रतिभा चौहान ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे देश में जो विश्व की तीव्रतम अर्थव्यवस्थाओं का प्रतिनिधित्व करता है, वहां कर्मचारियों को हितों की अनदेखी कर पूंजीवाद को बढ़ावा देते रहे तो वह दिन दूर नहीं जब जनता, सरकार , कर्मचारी सभी चंद पूंजीवादी सत्ता के गुलाम होंगे। उन्होंने कहा कि नाकारा नई पेंशन के चंगुल से बचाने के लिए 7 अक्टूबर की करनाल रैली के बाद हरियाणा के कर्मचारी सभी विभागों, संगठनों व पदों की दूरियों को खत्म कर एक ही मंच पेंशन बहाली संघर्ष समिति के साथ इक_े होकर पुरानी पेंशन कि आवाज को बुलंद कर रहे है। पुरानी पेंशन की जायज मांग को उठाते हुए आज सरकारी कर्मचारियों द्वारा रैली निकाल सरकार को चेताया जा रहा है।
डॉ. प्रतिभा चौहान ने कहा कि सरकार एक तरफ बुढापा पेंशन बढ़ा रही है और दूसरी तरफ सरकार की 25 से 30 वर्ष तक सेवा करने वाले कर्मचारियों को बुढ़ापे में सुरक्षा देने की बजाय शेयर बाजार के अधीन कर जोखिम में डाल रही है। सरकार को सेवाएं देने वाले कर्मचारियों की बुढ़ापे में आर्थिक सुरक्षा सरकार का नैतिक कर्तव्य है।
इस अवसर पर उषा दहिया, परवेश भड़ाना,गायत्री कौशिक,कमलेश आदि सैकड़ों की तादाद में कर्मचारी मौजूद रहे।