मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 5 जनवरी: सैक्टर-9 कोठी न०182-183 में चल रही आयोजित श्रीमद भागवत कथा में प्रसिद्ध संत महामंडलेश्वर कृष्णा स्वामी महाराज ने अपने प्रवचनों से श्रृद्धालुओं को मंत्र मुग्ध किया हुआ है रोजाना उद्योगपति, शिक्षाविद्, डॉ० सहित समाजसेवी श्रीमद भागवत गीता का लाभ उठा रहे है और प्रवचनों से सरोबोर हो रहे है।
इस मौके पर अरूण बजाज ने बताया कि संत कृष्ण स्वामी कृष्ण कुटी वृन्दावन से आाए है कृष्ण सुदामा की मित्रता का वर्णन श्रीमद भागवत कथा में बहुत ही सुंदर तरीके से किया गया। उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण ने 161०8 विवाह किए है। 161०5 विवाह कन्याओं की इच्छा से एवं दो विवाह कन्या के पिता द्वारा किए गए एवं एक विवाह स्वयं की इच्छा से करते है। आठ पटरानियां है शरीर में आठ अंग प्रकृति से प्राप्त है यदि कृष्ण के प्रति समर्पित हो जाए तो कृष्ण की प्राप्ति हो जाती है। वृद्धि-मन-चित-वाणी-श्रवण-नयन-कर्म-काया ये आठ प्रधान रानिया है। शेेष 161०० शरीर की भावनाएं है। श्रीकृष्ण की प्राप्ति शरीर की मुक्ति के 3 साधन है। भक्ति मार्ग, शुभ कर्म एवं शुभ शाश्वत ज्ञान ये तीनों ही मार्ग से प्रभु प्राप्ति होती है। सारे संसार में जो दिख रहा हे वह माया है एवं जो नही दिखाई देता पर है वही ब्रम्ह है। 33 कोटि देवता है। श्री कृष्ण की भक्ति के समान नहीं है। कृष्ण भक्त कभी कष्ट में आ जाए तो स्वयं कृष्ण कष्ट दूर करने आ जाते है।
श्रीमद भागवत कथा के आयोजक पवन बजाज, सलोचना बजाज एवं समस्त बजाज ने बताया कि इस श्रीमद भागवत कथा में उद्योगपति एस.पी. अग्रवाल, आर.सी.खंडेलवाल, एस.एस.बांगा, वी.एस.चौधरी, विनोद गर्ग, सॉवरमल अग्रवाल, अमर बंसल सहित अन्य ने श्रीमद भागवत कथा में पहुंचकर प्रवचनों का लाभ उठाया।
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