– अवैध निर्माण करवाने में आ रहा है एक पार्षद का नाम
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 23 जनवरी: तू डाल-डाल मैं पात-पात । यह कहावत आजकल नगर निगम अधिकारियों और अवैध निर्माणकर्ताओं के बीच चरितार्थ हो रही है। एक तरफ जहां नगर निगम आयुक्त अनिता यादव अवैध निर्माण को लेकर कड़ा रवैया अपनाते हुए निगम अधिकारियों को सस्पेंड करने में लगी हुई है, वहीं बावजूद इसके निगम क्षेत्र में अधिकारियों की मिलीभगत से अवैध निर्माण रूकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। इसी के मद्देनजर आज डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने भी निगमायुक्त को एक पत्र लिखा है जोकि समय-समय पर निगम अधिकारियों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रष्ट्राचार तथा निगम क्षेत्र के अवैध निर्माणकर्ताओं तथा कब्जाधारियों के खिलाफ अपनी आवाज उठाते रहते हैं।
निगमायुक्त को लिखे पत्र में श्री गर्ग ने अवैध निर्माणों व निगम अधिकारियों के खिलाफ अब तक निगमायुक्त अनिता यादव द्वारा उठाये गए कदमों की तारीफ करते हुए लिखा है कि नहर पार सेक्टर-85 में एक नामचीन मॉडर्न स्कूल के ठीक सामने 5-6 दुकानें अवैध रूप से तेजी से बनाई जा रही है। इस कारण निगम तथा सरकार की छवि जनता के सामने धूमिल हो रही है।
डिप्टी मेयर मनमोहन गर्ग ने निगमायुक्त अनिता यादव से उक्त अवैध निर्माण के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करने की मांग करते हुए इस अवैध निर्माण को करवाने में सहयोग करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी कड़े कदम उठाने को कहा है।
वैसे सुनने में आ रहा है कि एक निगम पार्षद की शह/मिलीभगत से इस अवैध निर्माण को धड़ाधड़ अंजाम दिया जा रहा है। यह निगम पार्षद कौन है ये तो वो पार्षद जाने या फिर अवैध निर्माणकर्ता।
काबिलेगौर रहे कि निगमायुक्त अनिता यादव ने जब से नगर निगम फरीदाबाद का कार्यभार संभाला है, तभी से उन्होंने शहर की स्वच्छता व अवैध निर्माणों को लेकर निगम अधिकारियों के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। इस कड़ी में तोडफ़ोड़ विभाग के एक्सईएन दीपक किंगर तथा एसडीओ ओ.पी. मोर उनकी मार के शिकार होकर सस्पेंड हो चुके हैं।
ध्यान रहे कि नगर निगम क्षेत्र में अवैध निर्माणों को लेकर अधिकारी विवादों में रहते हैं। चाहे वह एनआईटी क्षेत्र में एन.एच.-1-2 चौक पर मेयर महोदया के वार्ड में हुआ वह अवैध निर्माण हो जिस गेस्ट हाऊस की बिल्डिंग को हाईकोर्ट के आदेश पर ढहाया गया था या फिर अन्य जगह हो रहे अवैध निर्माण। इन सबसे में अवैध निर्माणकर्ताओं ने निगम अधिकारियों और तोडफ़ोड़ रोकने का ठेका उठाने वाले जन-प्रतिनिधियों ने लाखों के वारे-न्यारे किए हैं।
हालांकि निगमायुक्त अनिता यादव ने तोडफ़ोड़ विभाग में भी बदलाव करते हुए उसे दो भागों में बांटकर अधिकारियों की जिम्मेदारी निधार्रित कर दी है। लेकिन अब देखना यह है कि निगम क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माणों को लेकर निगमायुक्त अनिता यादव की मार का शिकार अब आगे कौन सा अधिकारी होता है और किस का नंबर लगता है, यह दो-चार दिनों में पता चलेगा। -क्रमश: -क्रमश:
अगर किसी नागरिक को निगम क्षेत्र में हो रहे किसी भी अवैध निर्माण-अतिक्रमण से परेशानी है और वो जनहित में उस पर कार्यवाही करवाना चाहता है तो हमसे नि:संकोच सम्पर्क कर सकता है।
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