मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 27 फरवरी: मानव रचना इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड स्टडीज की ओर से राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया गया। इस दौरान दुनियाभर में वाटर मैन के नाम से मशहूर राजेंद्र सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि और वैज्ञानिक डॉ० दुर्जोय चक्रवर्ती ने बतौर विशेष अतिथि हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम सेंटर ऑफ एडवांस वाटर टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट ब्।ॅज्डद्ध की ओर से आयोजित किया गया था।
इस मौके पर वाटर मैन राजेंद्र सिंह ने छात्रों के साथ इंट्रैक्टिव सेशन किया। बातचीत के दौरान जब एक छात्र ने पानी को भगवान बताया तो उन्होंने भगवान को पंच महाभूत में बांट दिया। उन्होंने बच्चों को भगवान की नई परिभाषा दी….. भ से भूमि, ग से गगन, अ से अग्नि, व से वायु और न से नीर है। उन्होंने कहा विज्ञान जरूरतों को पूरा करता है। इसलिए छात्रों को छोटी सी उम्र से ही पानी के संरक्षक के बारे में जागरूक करना चाहिए। यहां उन्होंने हरियाणा के सूखते तालाबों की भी बात की।
इस दौरान राजेंद्र सिंह की ओर से लिखी गई किताब गंगा का वाइट पेपर भी रिलीज गई। साथ ही डॉ० दुर्जोय चक्रवर्ती की ओर से लिखी गई जल चालीसा को एमआरआईएस की म्यूजिक टीचर चांदना कपूर ने गा कर सभी को सुनाया। जल को मिलकर सब सींचिए, न करो बेकार, जल ही है जग की जान।
कार्यक्रम में मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के एमडी डॉ० संजय श्रीवास्ताव, एमआरआईआईआरएस के वीसी डॉ० एनसी वाधवा और प्रो० वीसी डॉ० एमके सोनी, डॉ० सरिता सचदेवा, डॉ० डीके चड्ढा, संयोगिता शर्मा समेत मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल के छात्र और यूनिवर्सिटी के छात्र मौजूद रहे।