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खुले में शराब की तस्करी पर लगाम लगाई जाए: परमिता चौधरी

मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 27 मार्च: यह फरीदाबाद की पहली महिला प्रेस वार्ता है जिसमें शराब वह शराब से दूषित होते समाज को बचाने व बे तादाद खुलते हुए शराब के ठेकों आहातो के विरोध में आवाज उठाई गई। पिछले साल अवैध तौर पर चलाए गए आहाता के विरोध में व आज गीता निवास सोसाइटी के सामने शराब के ठेके को हटवाने के विरोध में सैक्टर-48 फरीदाबाद गीता निवास सोसाइटी के सामने 31 अगस्त 2018 से 14 सितंबर 2018 तक महिलाओं के द्वारा आंदोलन किया गया था। रिहायशी इलाकों में बढ़ते हुए ठेकों के खिलाफ संस्कार फाउंडेशन की विचारधारा है कि समाज को बचाने के लिए सरकार अपनी नई आबकारी नीति बनाए और ठेकों की संख्या निर्धारित करें और मापदंडों पर पुन: मंथन करें। जिससे समाज में फैल रही विकृति, नशे बाजी आए दिन झगड़ा फसाद, छेड़छाड़, बलात्कार तथा अन्य हो रहे अपराधों पर अंकुश लगाया जाए।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह मुख्य मुद्दे रहे:-
1-रिहायशी इलाकों में ठेके नहीं होने चाहिए।
2- बिना जनता की मांग के ठेके नहीं खोले जाएं।
3- जिस तरह गांव में पंचायत से पूछकर और इजाजत लेकर ठेके को ले जाते हैं उसी तरह शहर में भी आरडब्लूए और वहां के मौजूदा निवासियों से पूछ कर ही शराब के ठेके और अहाता खोले जाएं।
4- ग्रीन बेल्ट में ठेकों के लिए लीज परमिशन ना दी जाए।
5- शराब का अधिकतम मूल्य निर्धारित हो।
6-खुले में शराब की तस्करी पर लगाम लगाई जाए ।
7- शराब को जीएसटी के दायरे में लाया जाए ।
8- शराब के ठेकों पर जो टेंपरेरी बिजली के मीटर लगाए जाते हैं। ठेकेदारों से पहले ही 1 साल की अग्रिम राशि जमा कराई जाए।
इस मौके पर संस्कार फाउंडेशन कि संयोजक परमिता चौधरी ने बताया कि शराब के ठेकों को रिहायशी इलाकों में खोलने से पहले वहां की आरडब्ल्यूए और वहां के मौजूदा लोगों से राय लेनी चाहिए। अगर वहां के लोग ठेके के खिलाफ हैं तो वहां पर ठेका नहीं खोलना चाहिए। क्योंकि रिहायशी इलाकों में ठेका खोलने से वहां पर कोई भी दुर्घटना होने की आशंका ज्यादा रहती है। खासकर महिलाओं के साथ जैसे फब्तियां कसना, छेडख़ानी करना देर सवेर जाते हुए नशेड़ी के द्वारा महिलाओं का रास्ता रोकना, दुव्र्यवहार करना और ऐसा ही एक ठेका सैक्टर-48 गीता निवास सोसायटी के बिल्कुल सामने है। जिसकी वजह से आए दिन ऐसी वारदातों से और भय से गुजरना पड़ता है। वहां के लोग और आरडब्ल्यूए नहीं चाहते कि यह शराब का ठेका यहां रहे। अगर फिर भी प्रशासन और सरकार यहां पर शराब का ठेका खोलते हैं या यहां से ठेका नहीं हटाते हैं तो फिर जनता सड़कों पर भी आएगी और बहुत बड़ा आंदोलन होगा।
इस प्रेसवार्ता में परमिता चौधरी, रेनू चौधरी, दिव्या आर्य, सीमा भारद्वाज, पुष्पा सिंह, कोमल, प्रीति दुबे, इंदु सैनी, रेहमानी खान, शबनम, पूजा, निदा, रितु अरोड़ा, पिंकी, वरूण, बाबा राम केवल, जसवंत पवार, राजन गुप्ता, सचिन चौधरी, राज शर्मा मौजूद रहे।


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