सोनिया शर्मा
फरीदाबाद, 21 मार्च: मां शैलपुत्री की पूजा से शुरू हुई नवरात्रों की धूम सिद्धपीठ मां वैष्णोदेवी मंदिर तिकोना पार्क में नवरात्रे पर्व की धूम शुरू हो गई है। पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना के साथ मंदिर में श्रद्धालुओं ने ज्वालाजी से लाई गई ज्योति के दर्शन किए एवं मातारानी से आर्शीवाद लिया। प्रात: पांच बजे से मंदिर में भक्तों का तांता लगना आंरभ हो गया। सुबह 10 बजे मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आरती की शुरूआत करवाई। इस अवसर पर मंदिर में उद्योगपति आरके बत्तरा, एसीपी दर्शनलाल मलिक, उद्योगपति रमेश बत्तरा, आरके जैन, आनंद मल्होत्रा, गुलशन भाटिया, महामंत्री इंद्रजीत सब्बरवाल, प्रताप भाटिया, डा.पीसी सेठ, डा. राकेश, गिर्राजदत गौड़, बसंत कालड़ा, बीआर कथूरिया, सतीश भाटिया, दिनेश भाटिया, राजकुमार शर्मा, राजू भाटिया, राममेहर, नीरज भाटिया, सुनील मेहरा एवं राहुल मक्कड़ प्रमुख रूप से उपस्थित थे। मंदिर के पदाधिकारी नेतराम गांधी ज्वाला जी से ज्योति लेकर पहुंचे। मंदिर में पहुंचने पर मां की ज्योति का भव्य स्वागत किया गया। नवरात्रों के अवसर पर मंदिर में भव्य तैयारियां की गई हैं। श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट 24 घंटे खुले रहेंगे। इसके साथ साथ हर रोज दोपहर व रात को भंडारे एवं 150 किलो दूध की खीर का प्रसाद वितरित किया जाएगा। मंदिर के पुजारी ओमप्रकाश तिवारी ने बताया कि मां शैलपुत्री की पूजा अर्चना करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है। इनकी पूजा में लाल फूल, नारियल चुन्नी, श्रृंगार सामग्री एवं सिंदूर का प्रयोग किया जाता है।
मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि इस बार के नवरात्रे बेहद खास हैं। आज से ही विक्रमी संवत 2072 का नया वर्ष आंरभ हुआ है। इस वर्ष के राजा शनिदेव महाराज और मंत्री मंगल ग्रह हैं। माना जाता है कि यह वर्ष सभी लोगों के लिए बेहद उत्तम रहेगा। उनके अनुसार शनिदेव महाराज को कलियुग का न्यायाधीश माना जाता है, वह सभी को न्याय देने के पक्षधर हैं।
श्री भाटिया ने कहा कि नवरात्रों के साथ साथ मंदिर में सभी त्यौहार एवं पर्व धूमधाम से मनाए जाते हैं। मंदिर की महिमा है कि जो भी भक्त यहां सच्चे मन से मुराद लेकर आता है, उसकी मनोकामना जरूर पूरी होती है।