– सरकारी पॉलिसी के खिलाफ फ्रूट गार्डन के इंडस्ट्रियल प्लॉट में किया जा रहा है सब-डिवीजन
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की विशेष रिपोर्ट
फरीदाबाद, 11 अप्रैल: फ़ोटो में देखिये, NIT फरीदाबाद के फ्रूट गार्डन में अमृत जल नामक कंपनी के सामने ये बन्द पड़ी वो फैक्ट्री है जिसको कुछ भूमाफिया अवैध/गैर-कानूनी रूप से सब-डिवीज़न कर बेचने जा रहे हैं।नगर निगम फरीदाबाद में पार्षद रहे सिख समुदाय के एक नेता के सगे भाई द्वारा अब इस इंडस्ट्रियल प्लॉट में गैर-कानूनी/अवैध रूप से सब-डिवीजन करने की तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। इससे जहां सरकारी पॉलिसी का मजाक उड़ेगा वहीं सरकार को राजस्व का भी मोटा नुकसान होगा।
जानकारी के मुताबिक एनआईटी फरीदाबाद रेलवे रोड़ पर फ्रूट गार्डन में अमृत जल नामक कंपनी के सामने मै.सेठी इंडस्ट्रियल कॉरपोरेशन नामक बंद पड़ी 100 गुणा 250 साईज की करीब 2700 वर्गगज की कंपनी की जमीन की खरीद-फरोख्त करने में कुछ लोगों का एक गिरोह संलिप्त बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक 5-6 लोगों के एक भू-माफिया गिरोह ने 45 हजार रूपये गज के हिसाब से इस जमीन का सौदा करीब 12 करोड़ रूपये में किया है और 1.5 करोड़ देकर इसी सप्ताह इसका एग्रीमेंट भी हो चुका है। और अब इसे बिना किसी सीएलयू के सब-डिवीजन कर बेचने की तैयारी की जा चुकी है जिसके लिए बाकायदा इसका नक्शा भी तैयार कर लिया गया है। बताते हैं कि नक्शे में इन भू-माफियाओं ने इसे बेचने के लिए इस औद्योगिक प्लॉट में 25 फुट का रास्ता भी छोड़ा है और यहां विभिन्न साईजों के प्लॉट काटने की तैयारी की जा चुकी है जिसके लिए इन्होंने 75 हजार रूपये प्रति वर्गगज का रेट मार्किट में निकाला है।
काबिलेगौर रहे कि यह गिरोह एनआईटी इंडस्ट्रियल एरिये व आसपास के क्षेत्रों में बंद पड़े विवादित औद्योगिक प्लॉटों/कंपनियों को मरे दामों में खरीदने का कार्य करता है। ऐसी विवादित उद्योगों की जमीनों को खरीदकर ये भू-माफिया उसे सब-डिवीजन कर लोगों को मुंहमांगे मंहगे दामों में बेचकर करोड़ों रूपये कमाते हैं। अपने इस काले धंधे से ये भू-माफिया अब तक सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का चूना लगा चुके हैं और अब इस कंपनी को बेचकर फिर से लगाने की तैयारी में हैं।
बताते है कि इसके लिए ये भू-माफिया उन शरीफ लोगों को अपना निशाना बनाते हैं जिन्हें या तो अपनी रकम प्रोपर्टी में लगानी होती है या फिर उन्हें विवादों का पता नहीं होता। वो बात अलग है कि उन्हें अपने मेहनत की कमाई यहां इन्वेस्ट कर बाद में मामले का पता चलने पर पछताना पड़ता है। लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है और भू-माफिया अपने दाम खड़े कर मौज कर रहा होता है।
जहां तक बात हैं बिना सीएलयू कराए सब-डिवीजन कर ऐसे प्लॉटों की रजिस्ट्रयां करने की तो फरीदाबाद में तो ऐसे प्लॉटों की रजिस्ट्रयां पहले से ही होती आ रही हैं। वो बात अलग है कि इसके लिए खरीददार को रजिस्ट्री कार्यालय के अधिकारियों को एक मोटी रकम उनके मन-मुताबिक भेंट करनी पड़ती है।
– कौन-कौन से सफेदपोश/भू-माफिया इस गोरखधंधे में शामिल हैं?
– बिना सीएलयू हुए इस औद्योगिक प्लॉट को सब-डिवीजन कर किन निगम अधिकारियों की मिलीभगत से बेचने की तैयारी की जा रही है?
खुलासा होगा जल्द! तब तक ये सब जानने के लिए पढ़ते रहिए
मैट्रो प्लस www.metroplus.online
For More Details 9811165707