मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
फरीदाबाद/नई दिल्ली/बेगूसराय, 9 मई: जेएनयू में राष्ट्रविरोधी नारे लगने से चर्चा में आए जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष रहे कन्हैया कुमार को ऐसा क्या हुआ कि उसका ऑपरेशन हो रहा है! कन्हैया को क्या हुआ है, क्या बीमारी है, किस चीज का ऑपरेशन है? इसका अधिकारिक तौर पर कुछ नहीं पता चल पा रहा है। अति विश्वसनीय सुत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कन्हैया कुमार फरीदाबाद के एक नामी-गिरामी हॉस्पिटल में एडमिट हैं और वहां आज उनका ऑप्ररेशन चल रहा है। वहीं इस मामले में जब संबंधित हॉस्पिटल के चेयरमैन से बात की गई तो उन्होंने इस मामले से इंकार करते हुए कहा कि वैसे भी इस तरह की इंफोरमेशन हम किसी को कोट भी नहीं करेंगे। लेकिन उनके बात करने के अंदाज से महसूस हो रहा था कि उनकी जानकारी में शायद ये मामला है। अब ये बात अलग है कि उपरोक्त बातों में कितनी सच्चाई है ये तो वो ही जानें लेकिन शहर में फिलहाल इस तरह की अफवाहें हैं कि कन्हैया कुमार फरीदाबाद के एक हॉस्पिटल में एडमिट है और वहां उनका ऑपरेशन हो रहा है। इसलिए अधिकारिक तौर पर अभी इस मामले में कुछ भी नहीं कहा जा सकता। वहीं वीरवार, 9 मई, 2019 को सुबह 10.17 पर उनकी फेसबुक पर आखिरी पोस्ट डाली गई है। उनकी बीमारी/ऑपरेशन को लेकर कई बार उनके मोबाईल नंबर पर बात करने की कोशिश की गई लेकिन उनका नंबर मिलने की बजाए बार-बार कट रहा था।
जानिए कौन है कन्हैया और क्या है जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष से लेकर लोकसभा उम्मीदवार बनने तक उनका सफर:-
काबिलेगौर रहे कि वर्ष-2016 में कन्हैया कुमार जेएनयू में कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारे लगने के बाद चर्चा में आए थे। फिलहाल वो सीपीआई की टिकट पर बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं जहां चौथे चरण के चुनाव में 29 अप्रैल को मतदान हो चुका है। यहां कन्हैया का मुकाबला बीजेपी के फायरब्रांड नेता गिरिराज सिंह और आरजेडी के उम्मीदवार तनवीर हसन से है। यही कारण है कि कन्हैया के चुनावी मैदान में उतरते ही बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट 2019 के लोकसभा चुनावों की सबसे हॉट व महत्वपूर्ण सीट बन गई। आज देश में चारों ओर बेगूसराय सीट की चर्चा है। इस बेगूसराय सीट पर जहां कन्हैया कुमार सहित तीनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा कर कर रहे है वहीं बॉलीवुड और राजनीति के फेमस चेहरे कन्हैया कुमार के समर्थन में जमकर चुनाव प्रचार कर रहे हैं। ऐसे सितारों में स्वरा भास्कर, जावेद अख्तर, जिग्नेश मेवाणी, शबाना आजमी और प्रकाश राज जैसे चेहरे शामिल हैं।
बेगूसराय से जेएनयू का सफर:-
कन्हैया कुमार का जन्म जनवरी,1987 में बिहार के बेगूसराय जिले के तेघड़ा विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत गांव बीहट (मसनदपुर)में भूमिहार जाति के जयशंकर सिंह के घर में हुआ था। जिस बीहट गांव में कन्हैया का जन्म हुआ वहां सीपीआई को काफी समर्थन दिया जाता है। कथित तौर पर राष्ट्रविरोधी नारे लगाने के आरोप में कन्हैया कुमार पर साल 2016 में देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार किया था। क्योंकि राष्ट्रविरोधी नारों में भाग लेने का पुलिस द्वारा कुमार का कोई सबूत प्रस्तुत नहीं किया गया इसलिए कन्हैया को 2 मार्च को अंतरिम जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इसके अलावा जेएनयू के कुलपति द्वारा गठित एक अनुशासन समिति भी विवादास्पद घटना की जांच कर रही है। प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर, कन्हैया कुमार और सात अन्य छात्रों को अकादमिक तौर पर वंचित कर दिया गया था। ध्यान रहे कि विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने कन्हैया कुमार का विरोध किया था।
राजनीति में कन्हैया कुमार का सफर:-
साल 2002 में कन्हैया कुमार ने पटना के कॉलेज ऑफ कॉमर्स में दाखिला लिया था और यहीं से उनके छात्र राजनीति की शुरुआत हुई थी। पटना में पढ़ाई के दौरान कन्हैया कुमार ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन (एआईएसएफ) के सदस्य बनें। यही नहीं, कन्हैया कुमार साल 2015 में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गए थे। कन्हैया कुमार पहली बार लोकसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। उनके परिवार के सदस्य पारंपरिक रूप से सीपीआई के समर्थक रहे हैं।
बेगूसराय लोकसभा सीट:-
बेगूसराय बिहार प्रान्त का एक जिला है तोकि मध्य बिहार में स्थित है। इसे राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जन्मभूमि के तौर पर भी जाना जाता है। बेगूसराय लोकसभा सीट पर लंबे समय तक कांग्रेस सत्ता में रही। साल 1952 से 1967 तक कांग्रेस के मथुरा प्रसाद मिश्रा इस सीट से सांसद रहे। साल 2014 में इस सीट पर बीजेपी के भोला सिंह जीते थे, जबकि आरजेडी के तनवीर हसन दूसरे नंबर पर रहे थे। बेगूसराय में कुल 19 लाख, 53 हजार वोटर हैं, जिनमें बड़ी संख्या भूमिहार वोटर की हैं। बेगूसराय में 10,38,983 पुरुष मतदाता, 9,13,962 महिला मतदाता और थर्ड जेंडर के 62 मतदाता हैं।