जिला उपायुक्त छात्रों को आश्वासन देकर मुकरे, विरोध में एनएसयूआई ने फूंका पुतला
मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद,14 जून: बी.कॉम 6वें सेमेस्टर के छात्रों ने जिला उपायुक्त अतुल द्विवेदी पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में पंडित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के गेट पर जिला उपायुक्त का पुतला फूंका। इस दौरान छात्रों ने जिला उपायुक्त के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री ने बताया कि हाल ही में बी.कॉम 6वें सेमेस्टर का रिजल्ट आया था जिसमें नेहरू कॉलेज के 264 बच्चों में से 220 की कॉस्ट एकाउंट और जीएसटी विषय में री-अपीयर थी और इसी समस्या के समाधान हेतु छात्रों ने जिला उपायुक्त का दरवाजा खटखटाया था। इस दौरान जिला उपायुक्त ने छात्रों को आश्वाशन दिया था उनकी बात एमडीयू के एग्जाम कंट्रोलर से हो गई है और एग्जाम कंट्रोलर ने छात्रों को उनकी समस्या का समाधान करने के लिए उन्हें यूनिवर्सिटी बुलाया है इसलिए छात्र यूनिवर्सिटी जाकर कंट्रोलर से मिल लें, साथ ही जिला उपायुक्त ने कहा था कि अगर उनकी संतुष्टि ना हो तो वो उनकी आगे भी मदद करेंगे।
अत्री ने बताया कि जिला उपायुक्त के आश्वाशन पर बड़ी संख्या में सभी छात्र और छात्राएं अगली सुबह 5 बजे अपने घर से रोहतक के लिए निकल गए और जब वहां पहुंचकर एग्जाम कंट्रोलर से मिले तो उन्होंने छात्रों की समस्या का समाधान करने से इंकार करते हुए कहा कि नेहरू कॉलेज के छात्र पढ़ते ही नही है इसलिए उनका खराब रिजल्ट आता है।
एग्जाम कंट्रोलर के लापरवाह रवैये की सुचना छात्रों ने कृष्ण अत्री को फोन पर दी। इसके बाद कृष्ण अत्री तुरंत जिला उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर उपायुक्त अतुल द्विवेदी से मिले और अपनी समस्या बताते हुए कहा की आपके आश्वासन के बाद भी यूनिवर्सिटी, रोहतक गए छात्र छात्राओं की सुनवाई नहीं हो रही हैं। लेकिन उपायुक्त अतुल द्विवेदी ने अपना पला झाड़ते हुए कहा कि आप मुझे डिस्टर्ब कर रहे हो, मुझे जितना करना था मैं कर चुका हूं। और बोला की इसके आगे मंै कुछ नहीं कर सकता।
इस बात पर आक्रोशित अत्री ने खट्टर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस सरकार में अफसरशाही सर चढ़कर बोल रही है। अफसर जनता की समस्याओं का समाधान करने की जगह पर सरकार की चापलूसी में लगे रहते है। उन्होंने कहा कि सूबे के मुखिया मनोहरलाल खट्टर का भी इस तरफ कोई ध्यान नही है। खट्टर सरकार को चाहिए कि फरीदाबाद जिले में ऐसे मुस्तैद अधिकारियों की नियुक्ति करनी चाहिए जो जनता की समस्या का समाधान करने के लिए हमेशा तत्पर रहे।
इस मौके पर हरेन्द्र चौधरी, अनिल तेवतिया, नितेश मैथिल, मनोज कुमार, रोमी, अविनाश, कार्तिक, सोनू, सुनील, सफीक, धर्मेद्र आदि मौजूद थे।