भारत केसरी पहलवानों ने ताल ठोकी 2 लाख रूपए के लिए पृथला में आयोजित हुआ बूढ़ी तीज पर ऐतिहासिक दंगल
फिल्म स्टार और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा और नगमा मोरारजी रहे दंगल के मुख्य आकर्षण
Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
पृथला/पलवल, 22 अगस्त: हरियाणा के पृथला ग्राम में प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी बूढ़ी तीज के पर्व पर ऐतिहासिक दंगल एवं भंडारे का भव्य आयोजन भाई राकेश तंवर पृथला और ग्रामवासियों द्वारा किया गया। इस दंगल में 10 साल के बच्चों से लेकर भारत केसरी पहलवानों तक ने दाव पेंच दिखाए। दंगल में 2 लाख रूपए की इनामी राशि की कुश्ती हुई, जिसे हजारों की संख्या में दर्शकों ने देखा।
ध्यान रहे कि पृथला में होने वाले इस ऐतिहासिक दंगल में प्रतिवर्ष हजारों लोग एक साथ दर्शक बनकर बैठते हैं और कुश्ती के लिए अपने बच्चों को लेकर आते हैं। देश में एक तरफ जहां क्रिकेट का खुमार है वहीं पृथला जैसे ग्रामीण क्षेत्र से इतना बड़ा उदाहरण निकलना हरियाणा के युवाओं के लिए आशा की किरण है।
भारतीय खेलों में कुश्ती को जीवंत रखने की जिम्मेदारी हरियाणा के युवाओं ने उठा रखी है। ये कथन इस दंगल में उपस्थित मुख्यातिथि महिला कांग्रेस महासचिव नगमा मोरारजी ने कहे। वही दूसरी तरफ दर्शकों तक फिल्म इंडस्ट्री पर राज करने वाले महान अभिनेता और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वो युवाओं में कुश्ती के लिए इतना जोश देखकर बहुत खुश हुए और तुरंत ही पृथला में दोबारा आने का आमंत्रण भी स्वीकार कर लिया।
सदियों से चले आ रहे इस ऐतिहासिक दंगल को आयोजित करने वाले राकेश तंवर पिछले 18 सालों से कुश्ती को हरियाणा की मुख्य धारा से जोड़े रखने की कोशिश कर रहे हैं। राकेश तंवर पृथला का कहना है कि हम तब तक सुरक्षित हैं जब तक हमारी संस्कृति सुरक्षित है। इसलिए हमें सबसे पहले अपनी संस्कृति को सुरक्षित रखने की कोशिशे करनी चाहिए, और इसी कोशिश का परिणाम है ये ऐतिहासिक दंगल।
इस मौके पर श्री तंवर ने ये भी कहा कि वो पृथला क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर की स्पोर्ट अकादमी खोलने के लिए प्रयासरत हैं। इस आयोजन से लगातार पृथला का नाम आज कल कुश्ती के दंगल और लाखों के इनाम के लिए जाना जा रहा है। ऐसे दंगलों की आयोजनों से हरियाणा में कुश्ती के भविष्य को नई उम्मीद की तरह देखा जा सकता है।
इस कुश्ती में पहला इनाम दो लाख भारत केसरी निशांत ठाकुर और हरकेश तंवर के बीच बराबरी पर छुटा इसलिए इनाम की राशि दोनों पहलवानों में बराबर-बराबर एक-एक लाख रूपये बांट दी गई। दूसरी कुश्ती एक लाख रूपये की भी भारत केसरी युधिष्ठिर और भारत केसरी बिरजु के बीच बराबरी पर रही इसलिए इन दोनों पहलवानों को 50-50 हजार रूपये आपस में बांट दिए गए। तीसरी कुश्ती 51 हजार रूपये की हरिओम चंदावली ने हरिओम ट्रेक्टर से जीती।